नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सरकार गरीब और मध्यमवर्ग के जीवन को आसान बनाने और स्वास्थ्य समेत विभिन्न मदों में होने वाले खर्चों में कमी लाने के लिये कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि इस कड़ी में एलईडी बल्ब, जन औषधि केंद्र जैसी कुछ ऐसी योजनाएं हैं, जिससे लोगों की जेब में पैसे बच रहे हैं. उन्होंने कहा कि एलईडी बल्ब से जहां बिजली का बिल कम हुआ है. वहीं, स्वच्छता पर जोर से बीमारी पर होने वाले खर्च में कमी आती है. साथ ही, महंगाई पर काबू से पैसे की बचत होती है.
इस खबर को भी पढ़ेंः लाल किले से पीएम मोदी ने किया आगाह, कहा-भ्रष्टाचार आैर कालेधन के खिलाफ जारी रहेगी लड़ाई
लाल किले की प्राचीर से आजादी के 71वीं वर्षगांठ के मौके पर देश को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर आप एलईडी बल्ब लगाते हैं, तो साल भर का हजार, दो हजार, पांच हजार रुपया आपका बचता है. अगर आप स्वच्छ भारत में सफल होते हैं, तो गरीब का दवाई पर खर्च होने वाला लगभग सात हजार रुपये बचता है. महंगाई पर नियंत्रण, आपके बढ़ते हुए खर्च को रोकने में सफल हुआ है, एक प्रकार से आपकी बचत है.
गौरतलब है कि थोक कीमत सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जुलाई में 1.88 फीसदी रही. वहीं, खुदरा मुद्रास्फीति 2.36 फीसदी दर्ज की गयी है.
उन्होंने जनऔषधि केंद्रों की चर्चा करते हुए कहा कि इसके जरिये सस्ती दवाई मिलने से गरीबों को मदद मिली है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां आॅपरेशन और स्टेंट के पीछे जो खर्च होते थे, वो कम हुए हैं. आने वाले दिनों में घुटने के आपरेशन के लिए भी सारी सुविधाएं मिलेंगी. हमारी कोशिश है कि गरीब और मध्यमवर्ग के लिए ये खर्च कम हो और उसके लिये हम एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले हमारे देश में राज्यों के मुख्यालय में डायलिसिस हुआ करता था. हमने तय किया हिन्दुस्तान के जिला केंद्रों तक डायलिसिस पहुंचाने का फैसला किया है. इस सुविधा को करीब 350-400 जिलों तक पहुंचाया गया. हम मुफ्त में डायलिसिस करके गरीब की जिन्दगी बचाने का काम कर रहे हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.