सहरसा : जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने आज अपनी जन संवाद यात्रा के तीसरे व आखिरी दिन सहरसा, सुपौल सहित कई क्षेत्रों का दौरा किया और इस दौरान लोगों को संबोधित किया. शरद यादव ने कहा कि हम अकेले निकले हैं और लोगों के साथ हैं. उन्होंने कहा कि जो जनादेश मिला था वह पांच सालों की अमानत थी, उन अरमानों को कुचल दिया गया है. उन्होंने कहा कि गंठबंधन तोड़ने के कारण जनता के बीच आया हूं.शरदयादवने कहाभले ही वह गंठबंधन ऊपर तोड़ा गया हो, लेकिन जनता के बीच वह गंठबंधन हैऔर उसे और मजबूती से बना कर रखें.
शरद यादव जदयू अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा भाजपा से किये गये गंठबंधन से नाराज हैं और वे उस फैसले के खिलाफ बिहार की यात्रा पर जनता की नब्त टटोलने निकले हैं. उन्होंने आज कहा कि 30 महीने पूर्व गठजोड़ बना था, एक ओर हमारा घोषणा पत्र था और दूसरी ओर भाजपा का घोषणा पत्र था. दुनिया में ऐसा कभी नहीं हुआ होगा, जब दो खेमे एक साथ हो गये हों.
उन्होंने कहा कि हमने वादे किये थे, गंठबंधन बनाया था, जो विजय रथ चला था उसके खिलाफ यहां गंठबंधन को दो तिहाई मत से विजयी बनाने का काम किया था. उन्होंने कहा कि भाजपा वालों के पास कई नेता थे, संसाधन थे, हम चार लोग घूम रहे थे. नीतीश कुमार, लालू यादव, मैं घूम रहा था. हमारा गंठबंधन पांच साल का था. उन्होंने कहा कि याद रखना जनता देश की मालिक है. आपके वोट से सांसद, विधायक, प्रधानमंत्री, मुखिया बनते हैं. शरद यादव ने कहा कि अभी उन्होंने 200 से अधिक जगह पर जनसभाएं की है. उन्होंने कहा कि कोसी इलाके ने कभी उन्हें निराश नहीं किया है.