मुंबर्इः पिछले सप्ताह शेयर बाजारों में तेजी की वजह से रिकाॅर्ड करने वाला सेंसेक्स इस सप्ताह में गिरावट के दौर में करीब 1000 अंकों तक टूट गया. इसका दुष्परिणाम यह निकला कि बीते 5 दिनों के दौरान शेयर बाजार के निवेशकों को करीब 6.53 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है. बाजार विशेषज्ञों की मानें, तो मुनाफावसूली और वैश्विक बाजारों में आयी गिरावट के चलते घरेलू शेयर बाजार पर दबाव है.
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ऐसे में निवेशकों को गिरावट का फायदा उठाकर लंबी अवधि के लिहाज से निवेश करना चाहिए. विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में अधिक तरलता और वैश्वक बाजार में खराब संकेतों के कारण बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है. शेल कंपनियों पर कार्रवाई से बाजार में गिरावट नहीं आयी है.
सेंसेक्स एक अगस्त से 11 अगस्त करीब 1400 अंक टूट चुका है. वहीं, पिछले 5 दिन में सेंसेक्स 32,235 के स्तर से गिरकर 31194 पर आ गया है. सेंसेक्स में अंकों के लिहाज से 1000 अंक की गिरावट दर्ज हुई है. 7 अगस्त से 11 अगस्त के बीच बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों की वैल्यू 6.53 लाख करोड़ रुपये कम हो गयी है. इस दौरान बीएसई की मार्केट कैप (बाजार पूंजी) 1,33,28,546.86 करोड़ रुपये से गिरकर 1,26,74,883 करोड़ रुपये पर आ गयी है.
विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में जनवरी से लगातार दिखती रैली के बाद एक करेक्शन का साफ संकेत था. अभी करेक्शन की शुरुआत भर है, आगे ये थोड़ा और बढ़ सकता है, लेकिन इसके बाद एक अच्छा पुल बैक देखने को मिलेगा. उनका कहना है कि वे अपने एसेट एलोकेशन पर ध्यान दें. अगर इक्विटीज में ओवरवेट थे, तो अपनी पोजीशन थोड़ी सी हल्की कर लें, बाजार में एसआईपी, एसटीपी के जरिए निवेश करते रहिये.
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