नयी दिल्ली : संसद में आज पेश वर्ष 2016-17 की दूसरी आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि मुद्रास्फीति के नीचे बने रहने के साथ रिजर्व बैंक के प्रमुख नीतिगत दर में 0.25 से 0.75 प्रतिशत की कमी की गुंजाइश है. सरकार पहली बार दूसरी या छमाही आथर्कि समीक्षा पेश की है. इसमें अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले तत्वों को रेखांकित किया गया है. इससे पहले, इस साल की शुरुआत में आर्थिक समीक्षा पेश की गयी थी.
समीक्षा के मुताबिक व्यापक रूप से वास्तविक स्वभाविक ब्याज दर 1.25 से 1.75 प्रतिशत है. यदि मुद्रास्फीति के 4 प्रतिशत के लक्ष्य के अनुसार ही रखे तो घोषित स्वभाविक ब्याज दर 5.25 से 5.75 प्रतिशत बैठती है. इसमें कहा गया है, ‘इस समय रिजर्व बैंक की रेपो दर 6 प्रतिशत है जो घोषित स्वभाविक ब्याज दर के 0.25 से 0.75 प्रतिशत अधिक है.’
समीक्षा के अनुसार पिछली 14 तिमाहियों में, रिजर्व बैंक ने छह तिमाहियों (2014 में तीन तथा हाल के समय में तीन) में मुद्रास्फीति के बारे में एक प्रतिशत से ज्यादा का अनुमान व्यक्त किया.
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