फौजी के अनुसार, उनकी पत्नी व बच्चे मनमोहन को-ऑपरेटिव के उक्त आवास रहते है़ं मकान मालिक का आवास में आना-जाना है़ घरेलू कार्य के लिए फौजी ने कुछ ब्लैंक चेक साइन कर आवास में छोड़ दिया था.
गत 22 जून को मकान मालिक ने घर से साइन किया हुआ ब्लैंक चेक चोरी कर अपने खाता में 75 हजार रुपया ट्रांसफर करा लिया़ मोबाइल पर जब इस बात का मैसेज आया, तो फौजी ने मकान मालिक को फोन किया. लेकिन उन्होंने रुपया वापस करने से इनकार कर दिया.