भागलपुर : डीएम के फर्जी हस्ताक्षर वाले चेक से 12 करोड़ 20 लाख 15 हजार 75 रुपये की सरकारी राशि के गबन के आरोप में सृजन महिला विकास सहयोग समिति के सभी पदधारकों और इस धोखाधड़ी में शामिल ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स की तिलकामांझी शाखा के दो शाखा प्रबंधकों के विरुद्ध कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
प्राथमिकी में धोखाधड़ी, वित्तीय अनियमितता और सरकारी राशि के गबन का आरोप लगाया गया है. मामले की जांच डीएम ने तीन सदस्यीय टीम से करायी. मामले को सही पाये जाने पर जिला नजारत शाखा के लिपिक सह नाजिर अमरेंद्र कुमार यादव के आवेदन और इसी कार्यालय के लिपिक सह प्रधान नाजिर ओम कुमार श्रीवास्तव और सहायक प्रशासी पदाधिकारी कार्यालय के प्रधान लिपिक सह प्रभारी नंद किशोर मालवीय की गवाही पर मामला दर्ज किया गया है.
कार्यालय में छापेमारी, महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त : सबौर स्थित सृजन महिला विकास समिति के कार्यालय में मंगलवार को एसएसपी द्वारा गठित एसआइटी ने मंगलवार की दोपहर दो बजे छापेमारी की. लगभग दो घंटे तक छापेमारी चली. पुलिस ने मौके से तीन सीपीयू व 15 रजिस्टर जब्त किये.
सृजन के खाते से 10 करोड़ 26 लाख 58 हजार दो सौ 95 रुपये गायब : लिखित शिकायत में कहा गया है कि जिला विकास शाखा भागलपुर ने ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स तिलकामांझी शाखा की खाता संख्या 12622151002877 से प्रबंधक इंडियन बैंक भागलपुर के नाम से चेक संख्या 929602 दिनांक 27 सितंबर 2014 को निर्गत किया था.
इस चेक से कुल 12 करोड़ 20 लाख 15 हजार 75 रुपये मुख्यमंत्री नगर विकास योजना के इंडियन बैंक की खाता संख्या 6268727981 में जमा किया जाना था. पता चला कि इस खाते में यह राशि जमा ही नहीं की गयी बल्कि यह राशि सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड की खाता संख्या 822726685 में दिनांक 30 सितंबर 2014 को जमा कर दी गयी. बताया गया है कि इस राशि का अवैध हस्तांतरण संबंधित बैंकों एवं सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के द्वारा षड्यंत्र और मिलीभगत से किया गया. वर्तमान में उक्त खाते से 10 करोड़ 26 लाख 58 हजार दो सौ 95 रुपये गायब है.
डीएम के फर्जी हस्ताक्षर से सृजन के खाते में पांच करोड़ 50 लाख ट्रांसफर हुए थाने को दिये आवेदन में कहा गया है कि मुख्यमंत्री नगर विकास योजना की इंडियन बैंक खाता संख्या 6268727981 से एक सितंबर 2016 और तीन सितंबर 2016 को चेक संख्या 656866, 656865 और 656872 के माध्यम से पांच करोड़ 50 लाख रुपये को सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड को हस्तांतरित किया गया. इन तीनों ही चेक के चेक बुक को डीएम के फर्जी हस्ताक्षर युक्त आवेदन पर बैंक द्वारा निर्गत किया गया था.
डीएम के ही फर्जी हस्ताक्षर से इतनी सरकारी राशि सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड को हस्तांतरित भी की गयी. यह भी कहा गया है कि उक्त योजना हेतु बैंक के खाते के लिए जिला नजारत को बैंक द्वारा दिये गये वैध चेक बुक की सिरीज 588941 से शुरू होकर अंतिम चेक संख्या 588963 है. इससे साफ हो जाता है कि जिस इंडियन बैंक के चेक से पैसे हस्तांतरित किये गये हैं वह नजारत शाखा ने न तो कभी प्राप्त किया और न ही इस सिरीज के चेक के माध्यम से खाता संख्या 626872981 से कभी कोई राशि की निकासी ही की गयी है.
बैंक से उपलब्ध करायी गये स्टेटमेंट से पकड़ी गयी धोखाधड़ी
आवेदन में कहा गया है कि इंडियन बैंक द्वारा खाता संख्या 6268727981 का स्टेटमेंट 21 जुलाई को उपलब्ध कराया गया जिसमें यह धाेखाधड़ी सामने आयी. कहा गया है कि तथ्यों को छुपा कर वित्तीय षडयंत्र को अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से यह किया गया. शिकायत में कहा गया है कि मुख्यमंत्री नगर विकास योजना की खाता संख्या 6268727981 को बैंक एवं सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड ने षडयंत्र द्वारा अनाधिकृत नियंत्रण में रख सरकारी राशि की अवैध निकासी की.