जामताड़ा : स्तनपान को लेकर शहर की महिलाओं को जागरूक करना जरूरी है. ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं तो अपने बच्चों को स्तनपान कराती है. उन्हें छह माह तक बच्चे को सिर्फ दूध पिलाने के लिये जागरूक करना जरूरी है. ये बातें उपायुक्त रमेश कुमार दुबे ने रेडक्रॉस सभागार में विश्व स्तनपान कार्यक्रम के समापन समारोह में सेविकाओं को संबोधित करते हुए कही. उपायुक्त श्री दुबे ने कहा कि पहले के समय में मां अपने बच्चों को स्तनपान कराने में जरा भी नहीं हिचकिचाती थी,
लेकिन आज के इस फैशन के समय में स्तनपान नहीं कराना चाहती है. कहा कि स्तनपान कराने से मां और बच्चे दोनों को अनेक लाभ है. सेविकाओं को ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं खास कर धातृ माहिलाओं को पोष्टिक आहार लेने की सलाह देने को कहा. कहा कि जब बच्चा मां का दूध पीता है तो मां के शरीर में पोष्टिक चीजों की कमी हो जाती है. इसलिए दूध पिलाने वाली माताओं को पोष्टिक चीज लेने की जरूरत पड़ती है. छह माह के बच्चों की मुंह जुठी भी कराया तथा बेबी शो में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान के बच्चों को पुरस्कृत भी किया. साथ किशोरियों को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया. मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सह जामताड़ा सीडीपीओ चित्रा यादव के अलावे कुंडहित, नाला, नारायणपुर के सीडीपीओ, सुपरवाइजर, सेविकाएं मौजूद थी.