एक परिवार राजेश शर्मा ने अपनी जमीन को रैयती बता कर जाने से इनकार कर दिया. शिफ्टिंग के बाद कुजामा कोलियरी प्रबंधन ने पेलोडर लाकर बस्ती में खाली कराये गये आवासों को ध्वस्त करना चाहा. लेकिन बचे हुए 38 परिवारों ने आवास तोड़ने का विरोध करते हुए पेलोडर को वापस कर दिया.
उन लोगों का कहना था कि विस्थापित हुए परिवारों के आवास से हमारा घर सटा हुआ है. खाली आवासों को ध्वस्त करने से हमारे आवास भी ध्वस्त हो जायेंगे. बरसात के समय लोग कहां जायेंगे? पहले जेआरडीए की ओर सभी को आवास आवंटन पत्र दिया जाये, तभी आवास खाली होगा. कहा कि कुछ परिवारों के लगभग 70 बच्चे लोदना मध्य व उच्च विद्यालय में पढ़ते हैं. अगर यहां से तत्काल शिफ्ट कर दिया जायेगा तो उन बच्चों की पढ़ाई बाधित हो जायेगी. बेलगड़िया से लोदना आने जाने के लिए बस की सुविधा दी जाये.