पोते-पोतियों की मदद से खुद को रख रही हैं अपडेट
रांची : आज के जमाने में दादी-नानी भी किसी से पीछे नहीं हैं. पोते-पोतियों की मदद से खुद को अपडेट रख रही हैं. लेटेस्ट फैशन को अपना रही हैं. सोशल साइट को लेकर काफी फ्रेंडली हैं. व्हाट्सएप या फेसबुक पर धड़ल्ले से चैटिंग कर रही हैं. यानी इनका हर कदम जमाने के साथ है.
बच्चे भी उन्हें प्रोत्साहित कर रहे हैं. वह ड्राइविंग सीख रही हैं. किटी पार्टी ज्वाइन कर रही हैं. स्विमिंग और डांस सीख रही है़ं जमाने के साथ चलने के लिए अपनी सुंदरता और लुक पर ध्यान दे रही हैं. इसके लिए योग, एक्सरसाइज, जुंबा और एरोबिक्स भी कर रही है़ं जमाने के साथ किस्से-कहानियां सुनाने का उनका तरीका बदल गया है. फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिये नाती-पाेते को किस्सा-कहानियां और जोक्स भेज रही है़ं आज आपको ऐसी ही कुछ दादी-नानी से मिला रहे हैं, जो अपने परिवार के लिए रोल मॉडल हैं.
– डॉ रंजना भगत, अशोक नगर
वेस्टर्न ड्रेस पहनना अच्छा लगता है
मेरी दो बेटियां हैं. निर्मला कॉलेज में लेक्चरर रह चुकी हूं. कई स्कूलों में भी शिक्षिका के रूप में सेवाएं दी. शादी के बाद दिल्ली से रांची आ गयी. शुरू से ही वेस्टर्न गेटअप को फॉलो किया है़ नानी बनने के बाद, तो और भी ज्यादा अपडेट रहने का मौका मिला़ इस उम्र में ड्राइविंग का भी अलग मजा है.
अपने तीन साल के पोते को लेकर वेस्टर्न गेटअप में ही ड्राइविंग करती हूं. बहुत अच्छा लगता है़ पोते को भी मेरी कंपनी बहुत ही अच्छी लगती है़ पोते-पोतियों से वीडियो चैटिंग होती है़ व्हाट्सएप और मैसेंजर के जरिये उनसे बात होती है़ मैं लगभग हर तरह का वेस्टर्न वियर पहनती हूं. जींस-पैंट्स में कंफर्टएबल फील करती हूं. बच्चे जब तारीफ करते हैं, तो आत्मविश्वास और बढ़ जाता है़ खुद को अपडेट रखना मेरा शौक भी है़ जमाने के साथ अपने आप को अपडेट रखने की कोशिश की है़ चाहे उम्र कोई भी हो़, हर उम्र में आप अपनी लाइफ को एन्जॉय कर सकते हैं.
– स्मिता जैन, मेन रोड सब कहते हैं स्मार्ट ग्रैंड मदर
मेरे दो बेटे है़ं चार पोते-पोतियां है़ं पोते-पोतियां ही मुझे अपडेट रखने में काफी मदद करते हैं. स्मार्ट फोन पर नया गेम हो या गाना सब कुछ डाउनलोड करना बताते है़ं बच्चों ने मुझे स्मार्ट बना दिया है़ जब मैं स्टाइलिश ड्रेस पहनती हूं, तो उस ड्रेस के अनुसार हेयर स्टाइल रखने का भी टिप्स देते हैं. मेरी एक पोती 10 साल की है़ जब उसके स्कूल जाती हूं, तो वहां सभी मुझे ही उसकी मम्मी समझते है़ं पिछले दिनों रांची में हुई कार रैली में शामिल हुई थी, जिसमें हमारी टीम विजेता बनी. मुझे प्राउड ग्रैंड मदर कहा गया. इस तरह की कामयाबी से इस उम्र में भी आत्मविश्वास और बढ़ जाता है़ जिम जाती हूं. घंटों एक्सरसाइज करती हूं. ट्रैक सूट में सुबह की वॉकिंग का आनंद लेती हूं. अपने गुड लुक के लिए इस उम्र में भी स्विमिंग सीखा है़ बहुएं मुझे अपना रोल मॉडल मानती है़ मेरा मानना है कि महिलाओं को हर उम्र में खुद को अपडेट रखना चाहिए़ इससे आत्मविश्वास बढ़ता है़
– सरोज चिरानियां, बरियातू
फेसबुक पर मिलने लगे ढेरों लाइक्स
मेरे चार बच्चे है़ं दो बेटे, दो बेटिया़ं पूरा घर नाती-पोतों से भरा है़ सभी बच्चों के साथ फ्रेंडली रिलेशन है. मुझे स्टाइलिश ड्रेस पहनना काफी अच्छा लगता है़ पहले झिझक होती थी, पर पोती ने काफी सपोर्ट किया. अपनी तसवीर को फेसबुक पर शेयर किया, तो ढेरों लाइक्स मिले. अब तो फेसबुक पर कमेंट का बेसब्री से इंतजार रहता है़ पोते-पोतियों का कमेंट आत्मविश्वास जगा देता है. महिला समिति में एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखने को मिलता है. महिलाओं के कई रोल होते है़ं दादी-नानी बनने पर महिलाएं घर के काम-काज से थोड़ा फ्री हो जाती है़ं मुझे लगता है अपनी जिंदगी जीने का यह सबसे अच्छा समय होता है़ मैं इस उम्र को भी बिंदास तरीके से जीती हू़ं महिलाओं को अपने लिए थोड़ा वक्त निकालना चाहिए़ दादी-नानी की भी अपनी जिंदगी होती है़ इसे भरपूर जीना चाहिए़ पुराने शौक को इस उम्र में भी पूरा किया जा सकता है़
– नैजा मोर, अपर बाजार
पाेते-पोतियों से सीख रही हूं डांस
मेरे तीन बच्चे है़ं दो बेटा, एक बेटी़ चार नाती-पोते है़ं उम्र के इस पड़ाव में एकदम फ्री हो गयी हूं. बहुओं ने पूरे घर का कामकाज संभाल लिया है़ नाती-पोतों ने मुझे नया लाइफ स्टाइल दिया है. इसे मैं बहुत खुशी के साथ जी रही हूं.
मेरी सास बिमला देवी भी बहुत खुश होती है़ं खुद को अपडेट रखने के लिए मैंने पहले कार चलाना सीखा. इन दिनों अपने नाती-पोते के साथ डांस भी सीख रही हूं. एक्सरसाइज और योग तो करती ही हूं, पर इन दिनों फीट रहने के लिए और अपने पुराने शौक को पूरा करने के लिए पोते-पोतियों संग डांस कर लेती हू़ं साथ ही स्टाइलिश लुक देने के लिए पार्लर और बुटिक्स फॉलो करती हू़ं पोते-पोती मेरे साथ ही सोना चाहते हैं. मुझसे ही स्कूल आने के लिए जिद करते हैं. बच्चों का यह लगाव काफी सुकून देता है. अब व्हाट्सएप पर ही बच्चों को कहानियां और जोक्स भेज देती हूं. सोशल मीडिया से जुड़े रहना भी अच्छा लगता है.