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न दवा है,न पीने का पानी

अनदेखी . हाल मल्हीपुर उत्तरी पंचायत के स्वास्थ्य उपकेंद्र का बरौनी (नगर) : बरौनी प्रखंड के मल्हीपुर उत्तरी पंचायत भवन परिसर के समीप स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. देखरेख के अभाव में भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है और इसका अधिकांश हिस्सा टूटने के कगार पर है. वहीं […]

अनदेखी . हाल मल्हीपुर उत्तरी पंचायत के स्वास्थ्य उपकेंद्र का

बरौनी (नगर) : बरौनी प्रखंड के मल्हीपुर उत्तरी पंचायत भवन परिसर के समीप स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. देखरेख के अभाव में भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है और इसका अधिकांश हिस्सा टूटने के कगार पर है. वहीं इस स्वास्थ्य उपकेंद्र पर मरीजों के लिए न तो दवा है न पानी पीने के लिए चापाकल और न ही शौचालय. इतना ही नहीं स्थानीय लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर पशुओं का रैन बसेरा बना दिया गया है.यहां दो एएनएम मंजू रानीअनदेखी . हाल मल्हीपुर उत्तरी पंचायत के स्वास्थ्य उपकेंद्र का
बरौनी (नगर) : बरौनी प्रखंड के मल्हीपुर उत्तरी पंचायत भवन परिसर के समीप स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. देखरेख के अभाव में भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है और इसका अधिकांश हिस्सा टूटने के कगार पर है. वहीं इस स्वास्थ्य उपकेंद्र पर मरीजों के लिए न तो दवा है न पानी पीने के लिए चापाकल और न ही शौचालय. इतना ही नहीं स्थानीय लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर पशुओं का रैन बसेरा बना दिया गया है.यहां दो एएनएम मंजू रानी और ज्योति कुमारी तथा एक संविदा पर नियुक्त एएनएम संजू कुमारी पदस्थापित हैं जो सिर्फ टीकाकरण के दिन आती हैं बांकी दिन उप स्वास्थ्य केंद्र प्राय: बंद ही रहता है.
जिसके कारण रोगियों की परेशानी बढ़ी रहती है. मंगलवार के दिन भी स्वास्थ्य केंद्र बंद था. पूछने पर पता चला कि तीनों एएनएम साप्ताहिक बैठक में भाग लेने के लिए बरौनी पीएचसी गयी हुई हैं.
अक्सर गायब रहती हैं एएनएम:मामले की जानकारी लेने के लिए मौके पर पहुंचे मल्हीपुर उत्तर पंचायत के पूर्व मुखिया और वर्तमान मुखिया के पति विपिन सिंह ने स्वास्थ्य प्रबंधक सुबीर कुमार पंकज को फोन किया लेकिन उन्होनें फोन रिसीव नहीं किया. इसके बाद उन्होंने बरौनी पीएचसी प्रभारी डॉ मणिभूषण शर्मा को फोन पर मामले की जानकारी दी. उन्होंने स्पष्ट बताया कि बैठक में सिर्फ एक एएनएम को भाग लेना है, सबको नहीं. इसी तरह यहां पदस्थापित तीनों एएनएम कभी प्रतिरक्षण कार्य तो कभी टीकाकरण के बहाने अक्सर गायब रहती हैं. ग्रामीणों ने कहा कि पीएचसी प्रभारी व स्वास्थ्य प्रबंधक की लापरवाही से यह उपकेंद्र किसी काम के लायक नहीं है. किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से यहां पर पदस्थापित एएनएम की मनमानी दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है.
20 हजार की आबादी का है इकलौता स्वास्थ्य उपकेंद्र:इस स्वास्थ्य उपकेंद्र के अंतर्गत मल्हीपुर उत्तरी और दक्षिणी पंचायत की लगभग 20 हजार की आबादी निर्भर करती है. मल्हीपुर दक्षिणी पंचायत के मुखिया रंजीत कुमार ने बताया कि संसाधन के अभाव में दोनों पंचायतों का यह साझा स्वास्थ्य उपकेंद्र है. उपकेंद्र के नहीं खुलने से और आवश्यक दवाई के नहीं रहने से रोगियों की जान सांसत में रहती है. मल्हीपुर दक्षिणी पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र के सुचारू रूप से नहीं खुलने के कारण पांच किलोमीटर की दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है, जिससे काफी परेशानी होती है.
और ज्योति कुमारी तथा एक संविदा पर नियुक्त एएनएम संजू कुमारी पदस्थापित हैं जो सिर्फ टीकाकरण के दिन आती हैं बांकी दिन उप स्वास्थ्य केंद्र प्राय: बंद ही रहता है. जिसके कारण रोगियों की परेशानी बढ़ी रहती है. मंगलवार के दिन भी स्वास्थ्य केंद्र बंद था. पूछने पर पता चला कि तीनों एएनएम साप्ताहिक बैठक में भाग लेने के लिए बरौनी पीएचसी गयी हुई हैं.
अक्सर गायब रहती हैं एएनएम:मामले की जानकारी लेने के लिए मौके पर पहुंचे मल्हीपुर उत्तर पंचायत के पूर्व मुखिया और वर्तमान मुखिया के पति विपिन सिंह ने स्वास्थ्य प्रबंधक सुबीर कुमार पंकज को फोन किया लेकिन उन्होनें फोन रिसीव नहीं किया. इसके बाद उन्होंने बरौनी पीएचसी प्रभारी डॉ मणिभूषण शर्मा को फोन पर मामले की जानकारी दी. उन्होंने स्पष्ट बताया कि बैठक में सिर्फ एक एएनएम को भाग लेना है, सबको नहीं. इसी तरह यहां पदस्थापित तीनों एएनएम कभी प्रतिरक्षण कार्य तो कभी टीकाकरण के बहाने अक्सर गायब रहती हैं. ग्रामीणों ने कहा कि पीएचसी प्रभारी व स्वास्थ्य प्रबंधक की लापरवाही से यह उपकेंद्र किसी काम के लायक नहीं है. किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से यहां पर पदस्थापित एएनएम की मनमानी दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है.
20 हजार की आबादी का है इकलौता स्वास्थ्य उपकेंद्र:इस स्वास्थ्य उपकेंद्र के अंतर्गत मल्हीपुर उत्तरी और दक्षिणी पंचायत की लगभग 20 हजार की आबादी निर्भर करती है. मल्हीपुर दक्षिणी पंचायत के मुखिया रंजीत कुमार ने बताया कि संसाधन के अभाव में दोनों पंचायतों का यह साझा स्वास्थ्य उपकेंद्र है. उपकेंद्र के नहीं खुलने से और आवश्यक दवाई के नहीं रहने से रोगियों की जान सांसत में रहती है. मल्हीपुर दक्षिणी पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र के सुचारू रूप से नहीं खुलने के कारण पांच किलोमीटर की दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है, जिससे काफी परेशानी होती है.

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