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साक्षर श्रेणी में शामिल होने को डिजिटलयुक्त होना जरूरी

कार्यशाला. छात्रों की आवश्यकता के अनुरूप कोर्स का करें चयन छात्रों के भविष्य निर्माण में उपयोगी होगा स्पोकेन ट‍्यूटोरियल विवि के अध्ययनरत छात्र भी कर सकेंगे स्पोकेन ट‍्यूटोरियल का कोर्स दरभंगा : लनामिवि कुलपति प्रो सुरेंद्र कुमार सिंह ने साक्षर होने की परिभाषा अब बदल गयी है. डिजिटलयुक्त ज्ञान वाले को ही साक्षर की श्रेणी […]

कार्यशाला. छात्रों की आवश्यकता के अनुरूप कोर्स का करें चयन

छात्रों के भविष्य निर्माण में उपयोगी होगा स्पोकेन ट‍्यूटोरियल
विवि के अध्ययनरत छात्र भी कर सकेंगे स्पोकेन ट‍्यूटोरियल का कोर्स
दरभंगा : लनामिवि कुलपति प्रो सुरेंद्र कुमार सिंह ने साक्षर होने की परिभाषा अब बदल गयी है. डिजिटलयुक्त ज्ञान वाले को ही साक्षर की श्रेणी में शामिल किया जायेगा. वे मंगलवार को विवि की ओर से पीजी प्रबंधन विभाग में आयोजित स्पोकेन ट‍्यूटोरियल के यूनिट कोर्डिनेटर की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि फ्री ऑनलाइन कोर्स छात्रों के लिए काफी लाभप्रद है. यह कोर्स आइआइटी मुंबई द्वारा भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से संचालित कोर्स है.
यह कोर्स कॉलेज के छात्रों के लिए काफी उपयोगी होगा.
कुलपति ने कार्यशाला में मौजूद समन्वयकों से अपील किया कि कोर्स का चयन छात्रों की आवश्यकता के अनुरूप करें. छात्रों को इस योजना से जोड़ने से उनके भविष्य के निर्माण में काफी उपयोगी सिद्ध होगा. किसी भी कोर्स के लिए कम से कम 20 छात्रों का पंजीकरण आवश्यक है. छात्रों को पाठ‍्य सामग्री ई-मेल पर ही प्राप्त हो जायेगा. परीक्षा भी उन्हें ऑनलाइन ही देना होगा. छात्रों को रोजगार के लिए अन्य ज्ञान के साथ कंप्यूटर का भी ज्ञान आवश्यक हो गया है. ई-टेक्निक वर्तमान दौर में छात्रों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि नई तकनीकी को प्रारंभ करने में कठिनाई होती है, पहले प्रयास को अगर गंभीरता से किया जाय तो सफलता निश्चित है.
तकनीकी सत्र में विदेशी भाषा संस्थान के निदेशक प्रो प्रेम मोहन मिश्रा ने कोर्स के सारे पहलूओं की जानकारी दी. महिला प्रोद्यौगिकी संस्थान के प्राध्यापक संतोष कुमार ने पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से ऑन लाईन कोर्स के लिए को-आर्डिनेटर का रजिस्ट्रेशन तथा छात्रो का डाटा स्पोकेन ट‍्यूटोरियल के पोर्टल पर अपलोड करने की प्रक्रिया को समझाया. धन्यवाद ज्ञापन करते हुए डॉ ध्रुव कुमार ने पीजी विभाग के छात्रों का रजिस्ट्रेशन की जिम्मेवारी ली.
आइआइटी मुंबई से मिलेगा प्रमाणपत्र
स्वयम पोर्टल का प्रयोग कर बढ़ा सकते हैं ज्ञान
प्रतिकुलपति प्रो जय गोपाल ने कहा कि छात्र स्वयम पोर्टल का उपयोग कर अपना ज्ञान को बढ़ा सकते हैं. स्वयम यूजीसी का पोर्टल है. इसपर छात्र ई-ट‍्यूटोरियल के माध्यम से अध्ययन कर सकते हैं. ई- टेक्टसट से पाठ‍्यसामग्री भी डाउनलोड कर सकते हैं वहीं ई-डिस्कस से अपनी समस्या का समाधान भी कर सकते हैं. यह डिजिटल टेक्नोलॉजी इन हायर एजुकेशन में मील का पत्थर साबित होगा. इसमें पंजीकरण करवाने वाले छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा देने पर प्रमाण पत्र दिया जायेगा. यह प्रमाण पत्र यूजीसी द्वारा निर्गत होगा. स्वयम पोर्टल शिक्षकों की कमी को दूर करेगा. मौके पर डब्ल्यूआइटी निदेशक प्रो एम नेहाल ने स्पोकेन ट‍्यूटोरियल के उद्देश्य को परिभाषित किया. विकास पदाधिकारी डॉ के के साहु ने कहा कि यह समानांतर शिक्षा व्यवस्था है. अतिथि का स्वागत कुलसचिव डॉ मुश्तफा कमाल अंसारी एवं संचालन सीसीडीसी डॉ मुनेश्वर यादव ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो बीबीएल दास ने किया.

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