जुकोवस्की (रुस) : अमेरिका और इस्राइल के साथ भारत के बढ़ते संबंध से रूस को कोई दिक्कत महसूस नहीं हा रही है. इस सबंध में रूस के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि अमेरिका, फ्रांस और इस्राइल जैसे देशों के साथ नयी दिल्ली की बढ़ती नजदीकियों के बावजूद रुस हमेशा भारत का रणनीतिक साझीदार बना रहेगा क्योंकि कुछ खास रक्षा उत्पाद और प्रौद्योगिकी ‘मॉस्को के अलावा कोई और नहीं दे सकता.
भारत-रूस संबंध : नये दौर में पुराने रिश्ते की मजबूती!
‘ रोस्टेक स्टेट कॉर्पोरेशन के सीईओ सर्गेई केमजोव ने कहा कि भारत के साथ सहयोग जारी रहेगा, फिर चाहे भारत केवल रुस के साथ सहयोग रखे या साथ ही साथ इस्राइल, फ्रांस, अमेरिका और अन्य देशों के साथ भी सहयोग रखे. रूस के प्रमुख एयर शो एमएकेएस 2017 से इतर केमजोव ने कहा, ‘ ‘हमारा अलग महत्व है, इन देशों की सहयोग की अपनी दिशा है. इसलिए इसका मतलब यह नहीं है कि भारत अगर किसी दूसरे देश के साथ काम करता है तो, रूस के साथ संबंध समाप्त हो जाएंगे। नहीं.. ‘ ‘
प्रधानमंत्री मोदी की रूस यात्रा
अन्य देशों के साथ भारत के बढते रक्षा सहयोग के भारत-रुस सहयोग पर पडने वाले प्रभावों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘ ‘कुछ ऐसे रक्षा उत्पाद और प्रौद्योगिकी हैं, जो रुस के अलावा कोई और नहीं दे सकता. इसलिए रूस हमेशा से भारत का रणनीतिक साझीदार रहा है और रहेगा.’ ‘