रांची/पटना : चौथी सोमवारी की पूजा के लिए रविवार से ही राजधानीरांचीके विभिन्न शिवालयों और मंदिरों में तैयारी शुरू हो गयी. सेामवार होते ही शिवालयों में भक्त जुट चुके हैं और भगवान शिव पर जल चढ़ा रहे हैं. झारखंड की राजधानी रांची के सभी शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है. यातायात पुलिस की ओर से भी चौथी सोमवारी को देखते हुए विशेष व्यवस्था की गयी है. रांची के पहाड़ी मंदिर में सुबह से ही भक्त बाबा के दर्शन करने और जल चढाने पहुंच रहे हैं. कुछ भक्त स्वर्णरेखा नदी से जल लेकर पहाड़ी मंदिर पहुंचे हैं. देवघर के बाबा मंदिर में भी भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा है.
श्रावणी मेले की चौथी सोमवारी पर देवघर में बाबा वैद्यनाथ और दुमका के बासुकीनाथ में जलार्पण करने के लिए कांवरियों की कतारें रविवार देर रात से लगनी शुरू हो गयी थी. यहां कतार बीएड कालेज से निकलकर बरमसिया चौक तक पहुंच चुकी है जो करीब आठ किलोमीटर लंबी है. बम की अफवाह के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. इस अफवाह को कोई असर भक्तों पर नजर नहीं आ रहा है. आज रात तक जलाभिषेक के लिए भारी भीड़ उमड़ने की संभावना जतायी जा रही है.
बाबा मंदिर में बम की अफवाह,मचा हड़कंप ,एक घंटे से ज्यादा चला सर्च ऑपरेशन
तीसरी सोमवारी के अवसर पर कांवरियों की संख्या 2.5 लाख पार कर गयी थी. प्रशासन को उम्मीद है कि चौथी सोमवारी को इससे अधिक भक्त उमड़ सकते हैं. सुल्तानगंज से तीन दिन पूर्व जल उठाने वालों का आंकड़ा भी इस ओर इशारा कर रहा है.
आपको बता दें कि सावन की चौथी सोमवारी शुरू होने से कुछ घंटे पहले रविवार देर रात देवघर के बाबा मंदिर में बम की अफवाह के बाद हड़कंप मच गया. आनन-फानन में मंदिर परिसर सहित संस्कार मंडप को खाली कराया गया. डीआइजी अखिलेश झा सहित एसपी ए विजयालक्ष्मी अन्य अधिकारियों और सशस्त्र बलों के साथ मंदिर परिसर पहुंचे. पूरे मंदिर परिसर की जांच की गयी. एक घंटे तक पूरे मंदिर परिसर में पुलिस का सर्च ऑपरेशन चला. हालांकि इस दौरान जलार्पण बाधित नहीं हुआ.
इधर, यदि बिहार की राजधानी पटना की बात करें तों बोरिंग रोड चौराहा शिवमंदिर, कंकड़बाग शिव मंदिर, अनिसाबाद शिवालय, खाजपुरा शिव मंदिर, मुरली मनोहर माधव मंदिर जैसे बड़े मंदिरों इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तगण जुटे हुए हैं, भीड़ को देखते हुए इन जगहों पर विशेष तैयारी की गयी है. देर शाम ऐसे स्थलों पर साफ सफाई और लाइट लगाने का काम होता रहा. भक्तगणों की सुविधा के लिए इन मंदिरों के दरवाजे को सुबह पांच बजे से ही खोल दिये गये.
बोरिंग रोड चौराहा, शिवमंदिर के पुजारी रवींद्र द्विवेदी ने बताया कि सुबह गेट खोलने के बाद सबसे पहले शिवलिंग की सफाई की गयी. उसके बाद शृंगार और फिर आरती हुई. छह बजे के बाद से ही आम श्रद्धालु यहां जलाभिषेक कर रहे हैं. कंकड़बाग शिव मंदिर के पंडित गौरीशंकर पांडेय ने कहा कि सफाई कर पांच बजे तक मंदिर के दरवाजे को खोल दिया गया. आम भक्तजनों ने यहां होनेवाले श्रृंगार और आरती में भाग लिया और उसके बाद से जलाभिषेक कर रहे हैं.
मुरली मनोहर माधव मंदिर के पुजारी श्रीकांत उपाध्याय ने बताया कि सुबह पांच बजे के आसपास उनके मंदिर को भी जलाभिषेक के लिए खोल दिया गया. इस अवसर पर भक्तों की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किया गया है. सोमवार, सावन मास, शुभ योग व छत्र योग सभी के मालिक शिव हैं. इसलिए पुराणों में सावन में भोले शंकर की पूजा, अभिषेक, शिव स्तुति और मंत्र जाप का खास महत्व है.
श्रावणी मेले का 21वां दिन: चौथी सोमवारी को जलार्पण के लिए डेढ़ लाख श्रद्धालु पहुंचे बाबाधाम
सावन की चौथी सोमवारी के दिन देवघर में बाबा भोले पर जलार्पण के लिए भारी भीड़ उमड़ने की संभावना जतायी जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार, डेढ़ लाख से अधिक कांवरिये रविवार रात तक बाबाधाम पहुंच गये हैं. भीड़ के मद्देनजर जहां आइजी सुमन गुप्ता ने एसपी समेत सभी पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक करके जरूरी निर्देश दिये और पुलिस अधिकारियों व जवानों को ड्यूटी पर अलर्ट रहने को कहा. वहीं डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने सभी दंडाधिकारियों व प्रशासनिक कर्मियों व चुस्त-दुरुस्त रहने को कहा है. देर रात से ही सभी को ड्यूटी पर लग जाने का निर्देश दिया गया है. बाबाधाम में रविवार को प्रशासनिक आंकड़े के मुताबिक 98 हजार और बासुकिनाथ मंदिर में 45 हजार कांवरियों ने जलार्पण किया है. वहीं बाबा मंदिर में 1416 व बासुकिनाथ में 1568 श्रद्धालुओं ने शीघ्र दर्शनम से पूजा की.
सर्वोत्तम माना गया है चौथा सोमवार
पं श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार चौथे सोमवार को सर्वोत्तम माना गया है. इस दिन शिव पूजन करने से शत्रु परास्त होते हैं. सभी बाधाएं समाप्त होती हैं, आने वाले संकट टल जाते हैं, पारिवारिक जीवन सुखमय होता है और आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं. इस बार सोमवार को 12.06 मिनट पर रवियोग हो रहा है जो पूरे रात तक रहेगा. सायं काल में पूजन विशेष फलदायी होगा.