पुलिस ने मुखिया जोन लुगुन की हत्या में प्रयुक्त एक देसी पिस्टल, चार कारतूस सहित चंदू चीक बड़ाइक की हत्या में प्रयुक्त तेजधार दाउली व एक रड बरामद किया है. पुलिस ने उक्त दोनों घटना में शामिल फरार अभियुक्त मंगरा लुगून, शनिचर सुरीन, ऐठल बोदरा, शालु बुढ़(सभी पुतिदा निवासी), रैला एवं सोमरा(जोजोबीर), सुलेमान(मुरची), शनिका(झरियागढा), बिरसा(कोलोमोटो), विष्णु की सरगर्मी से तलाश कर रही है. पूछताछ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार उग्रवादियों को शनिवार को जेल भेज दिया.
एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा को 28 जुलाई की मध्य रात्रि सूचना मिली कि रनिया के रोगड़ा गांव के समीप जंगल में पीएलएफआइ का दस्ता किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक(अभियान) अनुराग राज, एसडीपीओ तोरपा नाजिर अख्तर, सोदे स्थित सीआरपीए-94 बटालियन के कमांडेंट प्रह्लाद चौधरी, झारखंड जगुआर के पुलिस निरीक्षक सुरेश प्रसाद, थानेदार रनिया बिनोद राम को टीम में शामिल किया. टीम ने शनिवार को तड़के ढाई बजे के करीब जंगल की घेरांबदी कर तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया. बाकी फरार होने में सफल रहे. पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने मुखिया व चंदू चीक बड़ाइक की हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली. उन्होंने यह भी बताया कि भाग निकले 10 उग्रवादी भी दोनों हत्याकांड में शामिल थे. गिरफ्तार उग्रवादियों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद किया.