लोहरदगा. प्रखंड क्षेत्र में पिछले दिनों हुई लगातार बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है. किसानों को काफी नुकसान हुआ है. किसानों द्वारा लगाया गया धान की फसल जोरदार वर्षा होने से मिट्टी के कटाव में बह गयी. अत्यधिक बहाव होने के कारण मेढ़ टूट जाने से मिट्टी से धान की फसल दबा गयी. किस्को प्रखंड के ग्राम हिसरी, पतरातू मुख्य पथ के बेल गढ़ा पुल पर स्थित लगी धान की फसल पूरी तरह से बरबाद हो गयी है, जिसमें किसान समीउल हक, रुस्तम शाह, तौकीर आलम, जियाउल मिरदाहा, शमसुल होद्दा, पच्चू साहू, क्षत्रिय साहू, ईदुल हजाम, मुन्ना महतो, युनुस अंसारी, तौसीफ मलिक आदि शामिल हैं.
इसके अलावा नारी गांव के मीना देवी, असिस्ता टोप्पो व चिंतामनी महतो, परहेपाट गांव के झालो देवी आदि व पतरातू , मेरले व किस्को गांव में भी फसल बरबाद हुई है. हिसरी गांव के किसानों ने बताया कि ऋण लेकर धान की फसल लगायी गयी थी. फसल नुकसान होने से किसान काफी चिंतित हैं. किसानों ने बताया कि एक किसान को करीब पांच से दस हजार रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.
इस संदर्भ में अंचलाधिकारी विशालदीप खलखो ने कहा कि बीमा होने पर किसानों को मुआवजा मिलेगा. इधर किस्को प्रखंड बीस सूत्री समिति के अध्यक्ष अरविंद पाठक ने कहा कि किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए. इस मामले को लेकर संबंधित अधिकारी को अवगत कराते हुए किसानों के लिए मुआवजे की मांग की जायेगी.