मुंबईः बीमा नियामक इरडा ने निजी क्षेत्र की प्रमुख बीमा कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस (आई प्रू) से समस्या में फंसी सहारा इंडिया लाइफ इंश्योरेंस के कारोबार का जिम्मा 31 जुलाई से संभालने आदेश दिया है. बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के आदेश के अनुसार, आई प्रू यह सुनिश्चित केरेगी कि नियुक्ति तारीख से एक साल की अवधि में व्यवस्था एकीकृत हो जाये.
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गौरतलब है कि सहारा समूह के चेयरमैन सुब्रत राय ने इरडा चेयरमैन से 24 जुलाई से मुलाकात की थी और अपनी जीवन बीमा इकाई के संकट के समाधान के लिये और समय देने की मांग की. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने कंपनी की जिम्मेदारी लेने के लिए नियामक को उसी दिन मूल्यांकन रिपोर्ट दिया. पिछले महीने इरडा ने लखनऊ की सहारा लाइफ में कामकाज के मुद्दे को लेकर उसे चलाने के लिए प्रशासक नियुक्त किया था.
प्रशासक की 22 जून को आयी रिपोर्ट के आधार पर इरडा इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि सहारा इंडिया लाइफ इंश्योरेंस को जीवन बीमा कारोबार चलाने की अनुमति देना पालिसीधारकों के हित में नहीं है. नियामक ने यह विचार किया कि सहारा इंडिया लाइफ इंश्योरेंस (एसआईएलआईसी) के जीवन बीमा कारोबार को बीमा कानून, 1938 की धारा 52बी (एक) के तहत अन्य बीमा कंपनी को स्थानातंरित किये जाने का उपयुक्त मामला है. उसने आई प्रू से समस्या में फंसी सहारा इंडिया लाइफ इंश्योरेंस के कारोबार का जिम्मा 31 जुलाई से संभालने का आदेश दिया है.
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