जम्मू : सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर चौकियों का दौरा किया और सैनिकों से ‘दुश्मन’ के मंसूबों का जवाब देने के लिए तैयार रहने को कहा. रावत आज सुबह जम्मू क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास तैनात सुरक्षा बलों की तैयारियों का जायजा लिया जहां पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने हाल के समय में संघर्ष विराम उल्लंघन की कई घटनाओं को अंजाम दिया है.
एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने सैनिकों के प्रयासों की सराहना की और दुश्मनों के नापाक मंसूबों को ध्वस्त करने के लिए तैयार रहने को कहा. रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि सेना प्रमुख के साथ सेना के उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डी. अनबू ने भी व्हाईट नाईट कोर का दौरा किया और वर्तमान स्थितियों का जायजा लिया.
सेना प्रमुख को जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल ए के शर्मा ने उभरती सुरक्षा चुनौतियों के लिए व्हाईट नाईट कोर की तैयारियों और दुश्मनों के दु:साहसिक कृत्यों का जवाब देने के लिए उठाए गए कदमों से अवगत कराया. सेना प्रमुख ने नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम चौकियों का दौरा किया जहां उन्हें घुसपैठ से निपटने के लिए की गयी कार्रवाइयों के बारे में जानकारी दी गयी.
उनका दौरा इस मायने में महत्व रखता है कि नियंत्रण रेखा के समीप सीमा पर हुई गोलीबारी में इस महीने नौ जवानों समेत 11 लोग मारे गये हैं और 16 अन्य घायल हुए. लगातार हो रही झड़पों के चलते सीमांत गांवों में रहने वाले लगभग चार हजार लोगों को जम्मू-कश्मीर जिले में सुरक्षित स्थानों पर सरकारी शिविरों में भेजा गया.