दार्जीलिंग (पश्चिम बंगाल) : दार्जीलिंग के पर्वतीय इलाके में अनिश्चितकालीन बंद के 42वें दिन कल जीजेएम के कार्यकर्ताओं और अन्य पार्टियों ने विभिन्न इलाकों में जुलूस निकाला. राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को नजरअंदाज करने को लेकर केंद्र की आलोचना की.
अब सिर्फ गोरखालैंड पर हो बात: गोरामुमो
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) और गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) ने जुलूस निकाला, लेकिन हिंसा या आगजनी की कोई रिपोर्ट नहीं है.
जीजेएम के महासचिव रोशन गिरी ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा, ‘केंद्र पर्वतीय लोगों की अलग गोरखालैंड की आकांक्षाओं का सम्मान करना चाहिए. जब वे (केंद्र) जमीनी सच्चाई से अच्छी तरह से वाकिफ है, तो उन्हें इसका सम्मान करना चाहिए.’
गोरखालैंड आंदोलन ने गरीब परिवार का छीना रोजगार
उधर, नयी दिल्ली में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. बैठक में गोरखालैंड पर समिति गठित करने का कोई फैसला नहीं हुआ. इससे गोरखालैंड के समर्थक और नाराज हो गये हैं.