फिल्म ‘शोले’ का ‘सो जा बेटा नहीं तो गब्बर आ जायेगा’ डायलॉग सुनकर तुरंत आपके दिमाग में अमजद खान का चेहरा आ जाता है. उन्हें कला विरासत के रूप में मिली थी उनके पिता जयंत फिल्म इंडस्ट्री के खलनायक रह चुके थे. अमजद खान ने अपने अभिनय से एक खास पहचान बनाई थी. वहीं बेहद संवेदनशील अमजद खान की शादीशुदा जिंदगी में भी एक प्यार का झोंका आया था. उनकी और कल्पना अय्यर का प्यार हमेशा बरकरार रहा. पहली ही मुलाकात के बाद दोनों की मोहब्बत का सिलसिला शुरू हो गया था.
कल्पना एक मॉडल थी. उन्होंने कॉमेडियन आईएस जौहर की फिल्म ‘द किस’ से अपने करियर की शुरुआत की थी. अमजद खान और कल्पना की प्यारी सी लवस्टोरी एक स्टूडियो से हुई थी जहां दोनों अपनी-अपनी फिल्मों की शूटिंग के लिए पहुंचे थे. स्टूडियों की इस पहली ही मुलाकात में दोनों को एकदूसरे का साथ बेहद भाया था. धीरे-धीरे मुलाकातें बढ़ती गई और ये मुलाकातें कब प्यार में बदल गई दोनों को पता ही नहीं चला. अमजद खान ऐसे व्यक्तित्व वाले इंसान थे जिनसे मिलने के बाद हर शख्स उनसे प्यार कर बैठता था.
धार्मिक तौर पर अमजद खान को अनुमति थी कि वे चार शादियां कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. अमजद कल्पना से बेहद मोहब्ब्त करते थे लेकिन उन्हें अपना परिवार भी बहुत प्यारा था. कल्पना ने भी कभी उनपर शादी का दबाव नहीं डाला, क्योंकि वे जानती थीं कि उनकी पत्नी शकीला है, उनके तीन बच्चे हैं. ऐसे में वे अगर अमजद खान से शादी करेंगी तो उनके पूरे परिवार में तूफान आ जायेगा.
कल्पना ने अमजद खान की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को संभालना चाहा था लेकिन वे नहीं माने थे. कहा जाता है जब अमजद की मौत हुई थी तो कल्पना उनके घर गई थीं. कल्पना के शुभचिंतकों ने उन्हें वहां न जाने की सलाह भी दी कि पता नहीं अमजद के परिवालों का क्या रवैया हो. लेकिन कल्पना नहीं मानीं. अमजद के घर पहुंचने पर कई लोगों ने उन्हें रोका भी था लेकिन वे वहां गईं और बेवा की तरह शोक मनाया था और ऐसे उन्होंने अपने प्यार को अंतिम विदाई दी. कल्पना अय्यर ने आज तक शादी नहीं की है.
अमजद खान ने अपने बीस साल के करियर में लगभग 130 फिल्मों में काम किया. उनके दमदार डॉयलॉग डिलीवरी को आज भी दर्शक याद करते हैं. फिल्म ‘शोले’ में गब्बर के किरदार ने उन्हें विशेष सफलता और लोकप्रियता दिलाई. इस फिल्म में उन्होंने कई दमदार डॉयलॉग बोले थे. फिल्म में अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और जया भादुड़ी ने मुख्य भूमिका निभाई थी. उन्होंने ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘कालिया’, ‘लावारिस’, ‘बगावत’, ‘सत्ते पे सत्ता’, ‘सुहाग’, ‘मि. नटवरलाल’, ‘दौलत’ और ‘नसीब’ जैसी फिल्मों में काम किया था.