करपी (अरवल) : सूबे में आज भी प्रखंड क्षेत्र के कई ऐसे गांव हैं, जहां के लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर घरों में जाने को मजबूर हैं. यह नजारा शहर तेलपा ओपी के महावीरगंज गांव में देखा जा सकता है. बिजली के पोल के सहारे नाले को पार करते हैं ग्रामीण. महेंदिया-इमामगंज मुख्य पथ से सटे इस गांव के लोगों को अपने घरों में जाने के लिए नाले को पार करना पड़ता है. नाले की गहराई और उसमें पानी के तेज बहाव में ग्रामीणों व खास कर छोटे-छोटे स्कूली बच्चों के लिए उसे पार करना किसी जोखिम से कम नहीं है. बताते चलें कि दो दिन पूर्व ही 10 वर्षीय धीरज काल के गाल में समा गया था,
जब वह ट्यूशन पढ़ कर अपने घर लौट रहा था. नाला पार करने के क्रम में उसका पैर फिसल गया और पानी के तेज बहाव में डूब गया. इस हादसे के बावजूद प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं गया. वर्षों से यही स्थिति है, लेकिन आज तक न तो जनप्रतिनिधियों का और न ही अधिकारियों का ध्यान इस ओर गया है. ग्रामीणों ने अरवल डीएम से मिल कर इस समस्या की निदान करने की मांग की थी. ग्रामीण कामेश्वर यादव, चितरंजन कुमार समेत अन्य ने बताया कि जिलाधिकारी ने नाले में तत्काल बांस का चचरी पुल बनवाने का आश्वासन दिया है.