नयी दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली बुजुर्गों के लिए शुक्रवार को पेंशन योजना की शुरुआत करेंगे. इसके तहत उनकी बचत पर आठ फीसदी की दर से नियत ब्याज मिलेगा. वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस योजना को चलाने की जिम्मेदारी भारतीय जीवन बीमा निगम को दी गयी है. इस उत्पाद को आॅफलाइन के साथ-साथ आॅनलाइन खरीदा जा सकता है. पीएमवीवीवाई (प्रधानमंत्री वय वंदना योजना) एक पेंशन योजना है. सरकार ने यह योजना विशेष रुप से 60 साल और उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए बनायी है. यह चार मई, 2017 से तीन मई, 2018 तक उपलब्ध होगी.
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बयान के मुताबिक, योजना के तहत 10 साल के लिए आठ फीसदी सालाना (प्रभावी रूप से यह 8.30 फीसदी के बराबर) निश्चित ब्याज मिलेगा. पेंशन 10 साल की अवधि के दौरान पेंशनभोगियों की खरीद के समय चुने गये विकल्प के मुताबिक मासिक, तिमाही, छमाही, वार्षिक मिल सकता है. योजना को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से छूट दी गयी है. पेंशन लिए जाने के तीन साल बाद नकदी जरूरतों को पूरा करने के लिए खरीद मूल्य का 75 फीसदी तक कर्ज लेने की अनुमति होगी.
जेटली के बयान के मुताबिक, कर्ज पर ब्याज की वसूली पेंशन भुगतान तथा ऋण दावा राशि से प्राप्त किया जायेगा. योजना से अपनी या पति या पत्नी दोनों में से किसी की गंभीर बीमारी की स्थिति में समयपूर्व बाहर निकलने की अनुमति होगी. ऐसी स्थिति में खरीद मूल्य का 98 फीसदी वापस किया जायेगा. पेंशनभोगी की पालिसी अवधि में मृत्यु की स्थिति में खरीद मूल्य लाभार्थियों को दे दिया जायेगा. ब्याज की गारंटी और वास्तविक ब्याज के बीच अंतर तथा प्रशासनिक खर्च से संबद्ध लागत का भुगतान सरकार सब्सिडी के रूप में एलआईसी को करेगी.
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