बीजिंग/नयी दिल्ली : करीब महीने भर से जारी सिक्किम सीमा विवाद के बीच चीन ने हिंदू राष्ट्रवाद की चर्चा की है. उसने कहा है कि भारत में हिंदू राष्ट्रवाद बढ़ रहा है, जिसके कारण बीजिंग से जंग का खतरा पैदा हो रहा है. राष्ट्रवादियों का जोश उबाल मार रहा है और वह चीन से बदला चाहता है. यही भारत से सीमा विवाद की जड़ है.
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गौर हो कि सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में करीब एक महीने से भारत और चीन की सैनिक टुकड़ी आमने-सामने है. यह इलाका एक ट्राई जंक्शन है जहां चीन सड़क बनाने का प्रयास कर रहा है , लेकिन भारत और भूटान इसका विरोध कर रहे हैं.
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में बुधवार को एक लेख छपा था जिसमें भारत में हिंदू राष्ट्रवाद के उभार को जंग की ओर बढ़ता कदम बताया गया. इस लेख को यू निंग ने लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि 1962 की जंग में भारत की हार के बाद से ही कुछ भारतीयों को चीन से निपटने के अलावा और कुछ नहीं नजर आ रहा है.
आगे लेख में लिखा गया है कि 1962 की जंग ने उनमें दर्द पैदा किया और उनकी सोच में इसे लेकर एक गांठ बन गयी, जिसकी वजह से उन्हें चीन की रणनीति पर शक पैदा हुआ. चीन के विकास को भारत में एक दुर्भाग्य के तौर पर देखा जाता है, बीजिंग के तेज विकास ने भारतीयों के जेहन में डर पैदा करने का काम किया है.
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लेख में कहा गया है, कि भारत में राष्ट्रवादियों की उत्साहपूर्ण मांग होती है कि वह चीन से बदला लें और यही भावना तनाव बढ़ाने का कारक होती है. नरेंद्र मोदी ने 2014 का चुनाव राष्ट्रवादी भावनाओं के इर्द-गिर्द लड़ा था. हिन्दू राष्ट्रवाद में उभार के कारण मोदी को लाभ मिला था.