पटना : मशहूर शायर बशीर बद्र का यह शेर बिहार की समकालीन सियासत पर पूरी तरह फिट बैठता है. उन्होंने लिखा है कि सियासत की अपनी अलग इक जबां है, लिखा हो जो इकरार, इनकार पढ़ना. बुधवार को जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक के इस बयान के आने के बाद कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री की मुलाकात औपचारिक है और इसके कोई मायने नहीं निकाले जाने चाहिए, जदयू अपने स्टैंड पर अभी भी कायम है. तेजस्वी यादव के तेवर में नरमी आयी है. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि जनता ने उनको विधायक बनाया है और पार्टी ने विधायक दल का नेता चुना है. अगर पार्टी का फैसला हो जायेगा, तो किसी पद से इस्तीफा दे सकते हैं. पार्टी का आदेश हो तो आज ही उप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा. आज जो भी हमारे खिलाफ साजिश हो रही है, उसकी पूरी सच्चाई जनता के सामने भी रखूंगा.
क्या नीतीश के कहने पर इस्तीफा देंगे?
बुधवारको मीडिया से मुखातिब हुए उप मुख्यमंत्रीनेमुख्यमंत्रीनीतीश से हुई बातचीत के बारे में पूछने पर कहा कि वह एक सामान्य मुलाकात थी, कोई विशेष बात नहीं हुई. कुछ बातें जो मीडिया में चल रही हैं, वैसा कुछ भी नहीं है. मैं अपनी बातों को लेकर जनता के बीच जाऊंगा. उल्लेखनीय है कि सीबीआई द्वारा रेलवे होटल की लीज से जुड़े केस में आरोपी बनाने के बाद ही राजद विधायक दल की बैठक बुलायी गयी थी. उसी बैठक में सभी विधायकों ने एक स्वर में कहा था कि उप मुख्यमंत्री के इस्तीफे का कोई सवाल नहीं है. उसके बाद से तेजस्वी यादव भी यही कहते रहे हैं कि वह इस्तीफा नहीं देंगे.
महागठबंधन जीरो टॉलरेंस के लिए बना है, न कि भ्रष्टाचार के लिए
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की मुलाकात के बाद जहां लग रहा था कि सब कुछ ठीक होने जा रहा है, लेकिन इसके दूसरे ही दिन जदयू ने यह साफ कर दिया कि भ्रष्टाचार के मामले में न तो समझौता संभव है और न ही बातचीत कोई विकल्प हो सकती है. पार्टी प्रवक्ता डॉ अजय आलोक ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के बीच मंगलवार की शाम हुई मुलाकात औपचारिक थी. राज्य के विकास व समस्याओं के लिए ऐसी मुलाकात होती रहती है. भ्रष्टाचार के मामले में जदयू को अब भी कोई जवाब नहीं मिल सका है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन जीरो टॉलरेस के लिए बना है, न कि भ्रष्टाचार के लिए. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी
भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं करेगी- जदयू
उन्हें पब्लिक डोमेन में आकर तथ्यों के साथ अपनी बात रखनी चाहिए. जदयू आज भी प्रतीक्षा कर रहा है कि उपमुख्यमंत्री अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि जो हालात कल थे, वह आज भी हैं. जहां तक जदयू के रुख का सवाल है, तो उनकी ओर से जवाब आयेगा, तो बदलाव आयेगा.
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