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राजपुर जमौली मध्य विद्यालय बना चरागाह

राजपुर : प्रखंड के बक्सर कोचस मुख्य पथ के किनारे स्थित जमौली मध्य विद्यालय मूलभूत सुविधाओं से वंचित है़ विद्यालय में चहारदीवारी का अभाव है. ऐसे में ग्रामीणों ने विद्यालय के खेल मैदान सहित भवन पर अतिक्रमण कर लिया है. शिक्षकों की ओर से जब भी अतिक्रमण हटाने की बात कही जाती है. तो अतिक्रमणकारी […]

राजपुर : प्रखंड के बक्सर कोचस मुख्य पथ के किनारे स्थित जमौली मध्य विद्यालय मूलभूत सुविधाओं से वंचित है़ विद्यालय में चहारदीवारी का अभाव है. ऐसे में ग्रामीणों ने विद्यालय के खेल मैदान सहित भवन पर अतिक्रमण कर लिया है. शिक्षकों की ओर से जब भी अतिक्रमण हटाने की बात कही जाती है. तो अतिक्रमणकारी मारपीट पर उतारू हो जाते हैं.
साथ ही विद्यालय में शौचालय भवन पूरी तरह से टूट चुका है, जिससे छात्राओं को काफी फजीहत उठानी पड़ती है. विद्यालय में एक भी बेंच व डेस्क नहीं है. ऐसे में सभी छात्र-छात्राएं फर्श पर बैठ कर पढ़ने को मजबूर हैं. विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई होती है, जिसमें कुल नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या 516 है, जबकि इन शिक्षकों को पढ़ाने के लिए 12 शिक्षक पदस्थापित हैं.
विद्यालय परिसर से नहीं हट रहा अतिक्रमण: विद्यालय प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार जमौली मध्य विद्यालय में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा है. चहारदीवारी नहीं होने के कारण ग्रामीण अपने पशुओं को खेल मैदान में चरने के लिए छोड़ देते हैं. इसके बाद विद्यालय में भवन में भी अतिक्रमण कर लिया है. विद्यालय अवधी में बैठ कर बातें करते रहते हैं.
साथ ही पशुओं का गोबर लाकर रख देते हैं. विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि असामाजिक तत्वों से जब भी परिसर से बाहर जाने की बात कही जाती है. तो गाली-गलौज सहित मारपीट पर उतारू हो जाते हैं. विद्यालय का पठन-पाठन खत्म होने के बाद असामाजिक तत्व विद्यालय परिसर में शौच कर देते हैं. विद्यालय खुलने के बाद गंदगी को किसी तरह से साफ किया जाता है.
चापाकल को किया खराब: विद्यालय परिसर में तीन चापाकल लगाया था, लेकिन, असामाजिक तत्वों ने चापाकल में ईंट पत्थर डाल कर खराब कर दिया है. ऐसे में मध्याह्न भोजन बनाने के लिए दूसरे स्थान से पानी लाया जाता है. खाना खाने के बाद छात्र-छात्राओं को पानी पीने के लिए विद्यालय से बाहर जाना पड़ता है. शौचालय का दरवाजा असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया है. विद्यालय की छात्राओं ने बताया कि पानी पीने के लिए बाहर चली जाती हैं, लेकिन शौचालय का दरवाजा नहीं होने से काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है.
विद्यालय एक नजर में
छात्र-छात्राओं की संख्या -516
विद्यालय में छात्रों की संख्या- 310
विद्यालय में छात्राओं की संख्या-206
विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक-12
विद्यालय में शौचालय की संख्या-2, सभी का दरवाजा टूटा
चापाकल की संख्या-3, खराब पड़ा
बोले प्रधानाध्यापक
चहारदीवारी निर्माण के लिए विभाग को लिखित सूचना दी गयी है, ताकि असामाजिक तत्वों पर काबू पाया जा सके. साथ ही बेंच और डेस्क के लिए भी लिखा गया है.
फोटो-17- मंजू कुमारी, हेडमास्टर

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