विधायक ने डीवीसी से जुड़े कई मुद्दों को उनके समक्ष रखा. कहा कि डीवीसी के एसआइपी में कार्यरत स्किल्ड व हाइ स्किल्ड मजदूरों से रोजाना छह घंटे ही काम लिया जाता है और उन्हें मासिक वेतन क्रमश: 48 सौ व 53 सौ रुपये मिलता है. कार्य के आठ घंटे किये जाये तथा सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतनमान दिया जाये. सेक्रेटरी ने कहा कि डीवीसी की स्थिति को देखते हुए फिलहाल कार्य के घंटे बढ़ाना संभव नहीं है. लेकिन वेतनमान बढ़ाने पर उन्होंने सहमति जतायी.
विधायक ने डीवीसी में कार्यरत सप्लाई मजदूरों को ग्रेच्यूटी नहीं मिलने का मामला उठाया. इस पर आश्वस्त किया कि एक माह के अंदर भुगतान कराने का प्रयास किया जायेगा. विधायक ने बीटीपीएस व सीटीपीएस में कार्यरत सप्लाई मजदूरों में एकरुपता लाने की बात कही. इसके अलावा डीवीसी के ठेका मजदूर स्व प्रेमचंद नायक की विधवा पत्नी को सीटीपीएस के नये प्लांट में रोजगार देने पर सहमति बनी. वार्ता में झामुमो नेता यदु महतो, अखलाक, गोविंद पांडेय के अलावा बोकारो थर्मल, चंद्रपुरा थर्मल और मैथन के कई लोग मौजूद थे. डीवीसी एचआर के प्रभारी डायरेक्टर प्रभात किरण भी उपस्थित थे.