उक्त बातें पर्यटन कला संस्कृति खेलकूद व युवा कार्य विभाग के मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कही. वे मंगलवार को डॉ रामदयाल मुंडा कला भवन खेलगांव में प्लस टू हाइस्कूल में राष्ट्रीय सेवा योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में अपने विचार रख रहे थे. उन्होंने कहा कि आज सरकारी योजनाओं का लाभ लेना लोग अपना अधिकार समझते हैं. लोगों में राष्ट्र भावना कम हो रही है. राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य लोगों में सेवा भावना को बढ़ाना है. किसी भी व्यक्ति के निर्माण में समाज का महत्वपूर्ण योगदान होता है. हमें अपने समाज के लिए भी कुछ करना चाहिए. खेलकूद एवं युवा कार्य निदेशालय के निदेशक निदेशक रणेन्द्र कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इसकी शुरुआत 1969 में हुई थी. आज देश भर में 35 लाख स्वयंसेवक हैं. उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के बारे में बताया.
झारखंड के राष्ट्रीय सेवा योजना पदाधिकारी पीके झा ने कहा कि इस योजना के तहत दो तरह के कार्यक्रम चलाये जाते हैं. युवाओं का व्यक्तित्व निर्माण करना इसका मुख्य उद्देश्य है. क्षेत्रीय निदेशक दीपक कुमार ने कहा कि देश के कई राज्यों में 1994 में ही प्लस टू विद्यालयों में एनएसएस की शुरुअात हो गयी थी. झारखंड में इसे शुरू होने में समय लगा. झारखंड के अधिकारी काफी दिनों से इसके लिए प्रयासरत थे. माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन व सरिता चंद्र ने मंच संचालन किया. एसएस बालिका उच्च विद्यालय डोरंडा की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये. मौके पर क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक एएन ठाकुर, संताल परगना प्रमंडल के क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक अशोक शर्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी रतन कुमार महावर समेत राज्य भर के विद्यालय के प्रधानाध्यापक व शिक्षक उपस्थित थे. राज्य के 126 प्लस टू विद्यालयों में एनएसएस की शुरुअात की गयी है.