पटना : बिहार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर महागठबंधन मेंबढ़ीतल्खीको कम करने के लिए अब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादवने नया रास्ता तलाश लिया है. मीडिया रिपोट्स के मुताबिक सूत्रों के हवाले से खबर सामने आ रही है कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इस्तीफा देंगे और उनकी जगह लालू यादव की बेटी रोहिणी को डिप्टी सीएम की कुर्सी मिल सकती है.
गौर हो कि तेजस्वी के इस्तीफे को लेकरजदयूऔर राजद के बीच तकरार जारी है. इन सबके बीच महागठबंधन को बचाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजदसुप्रीमो लालू यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फोन पर बात की है. सूत्रों के मुताबिक सोनिया ने दोनों नेताओं से स्पष्ट रूप से कहा है कि वे कोई बीच का रास्ता निकालें ताकिबिहारमें गठबंधन बना रहे. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक तेजस्वी यादव राष्ट्रपति चुनाव के बाद राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं.
वहीं, बिहार में जारी सियासी ड्रामे को खत्म करने के लिए लालू ने नया रास्ता निकाल लिया है. सूत्रों के मुताबिक अगर तेजस्वीयादवजदयू के दबाव में इस्तीफा देते हैं तो लालू प्रसाद अपनी बेटी रोहिणी का नाम डिप्टी सीएम पद के लिए सामने कर सकते हैं. रोहिणी का नाम अभी तक किसी घोटले में नहीं आने की वजह से वो डिप्टी सीएम पद की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं. माना जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव शनिवार को इस पर कुछ फैसला ले सकते है. हालांकि जो बीच का रास्ता है उसमें तेजस्वी यादव का इस्तीफा तय माना जा रहा है.
तेजस्वी के मुद्दे पर जदयू किसी समझौते के लिए तैयार नहीं
चर्चा है कि तेजस्वी यादव के इस्तीफे की बात पर जदयू किसी समझौता के लिए तैयार नहीं है. जदयू का मानना है कि तेजस्वी यादव को पद छोड़ देना चाहिए और येराजद पर निर्भर करता है कि वो चाहे जिसे उनकी जगह दें. उनमें लालू प्रसाद यादव की दूसरे नंबर की बेटी रोहिणी यादव का नाम आ रहा है क्योंकि रोहिणी यादव का ससुराल किसी राजनैतिक दल से संबंधित नहीं है.
महागठबंधन को एकजुट रखना चाहती है कांग्रेस
बिहार में जारी सियासी घमासान के बीच कांग्रेस किसी भी कीमत पर महागठधंन को एकजुट रखना चाहती है और इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीतीश कुमार और लालू यादव से बातचीत कर हल निकलने कीबातकही है.
राजद भी गठबंधन तोड़ने के पक्ष में नहीं
मालूमहो कि राजद विधायक भाई वीरेन्द्र के 80 विधायक के बयान पर जदयू ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आज कहा है कि नीतीश कुमार सत्ता के भूखे नहीं हैं. उन्हें इस्तीफा देने में पांच मिनट भी नहीं लगेंगे. वहीं राजद गठबंधन तोड़ने के पक्ष में नहीं है. ऐसे में रास्ता यही है कि फिलहाल तेजस्वी यादव से इस्तीफा लिया जाये.
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