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शहर में 14 इलाके डेंगू सेंसेटिव घोषित
बढ़ेगी परेशानी. जगह-जगह जमा पानी में फिर पनपेंगे मच्छर, इस बार डेंगू का कहर होगा अधिक पटना : अभी बारिश की शुरुआत ही हुई कि खाली प्लॉटों में पानी जमा हो गया है. लेकिन, पानी निकासी और दवा का छिड़काव नहीं हो पा रहा है. ऐसे में शहर के लोगों को फिर से डेंगू व […]
बढ़ेगी परेशानी. जगह-जगह जमा पानी में फिर पनपेंगे मच्छर, इस बार डेंगू का कहर होगा अधिक
पटना : अभी बारिश की शुरुआत ही हुई कि खाली प्लॉटों में पानी जमा हो गया है. लेकिन, पानी निकासी और दवा का छिड़काव नहीं हो पा रहा है. ऐसे में शहर के लोगों को फिर से डेंगू व मलेरिया का डर सताने लगा है. इधर, स्वास्थ्य विभाग ने शहर के 14 इलाकों को डेंगू सेंसेटिव घोषित कर विशेष व्यवस्था करने का निर्देश जारी किया है. विशेषज्ञों की मानें तो इस बार डेंगू का कहर और ज्यादा होगा. क्योंकि खाली प्लाॅट एक बार फिर डेंगू का कारण बनेंगे. बीते साल डेंगू के कहर का सबसे बड़ा कारण खाली प्लॉटों में भरा पानी ही था. नगर निगम ने ऐसे प्लॉट मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी. पानी निकासी के लिए समुचित व्यवस्था का निर्देश भी दिया गया था. लेकिन, पानी निकाला तो दूर डेंगू से बचाव के लिए कोई उपाय नहीं किये जा रहे हैं.
खाली आवासों से भी है खतरा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक खाली आवास की छतों पर जमा बारिश का पानी डेंगू के मच्छर के लिए मुफीद जगह है. शहर में खासकर सरकारी आवास जैसे पी एंड टी कॉलोनी, पुलिस कॉलोनी, रेलवे कॉलोनी, पीडब्ल्यूडी आदि कई विभाग की कॉलोनियों में कई आवास खाली व जर्जर हैं. जर्जर आवासों को तोड़ने को कहा गया था, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो सका है.
सेंसेटिव जोन : ट्रांसपोर्ट नगर, कंकड़बाग, मीठापुर, मैनपुरा, राजेंद्रनगर, कृष्णा नगर, पी एंड टी कॉलोनी, बुद्धा कॉलोनी, राजीव नगर, महेंद्रु, बाजार समिति, पत्थर की मसजिद, खाजकला, इंद्रपुरी.
पटना : नगर निगम ने दावा किया था कि बारिश खत्म होने के चार घंटे के भीतर जलजमाव प्रभावित इलाकों से पानी निकाल लिया जायेगा. लेकिन, प्रशासन के दावे फेल हो गये हैं. स्थिति यह है कि मंगलवार को पूरे दिन-रात बारिश नहीं हुई और बुधवार की दोपहर में सिर्फ एक घंटा बारिश हुई. पर, 48 घंटे बाद भी शहर के दर्जनों इलाकों में जलजमाव की समस्या बनी हुई है. इससे करीब 50 हजार से अधिक की आबादी परेशान है. हालांकि, निगम प्रशासन ने पानी निकालने को लेकर जगह-जगह पंप लगाया है, जो नाकाफी है.
नहीं निकल रहा पानी : पीरमुहानी इलाके से पानी की निकासी बाकरगंज नाले के माध्यम से होती है. लेकिन, पीरमुहानी चौराहे के समीप नाला व चैंबर निर्माण का कार्य चल रहा है, जो पूरा नहीं किया गया है.
स्थिति यह है कि पानी की निकासी नहीं हो रही है और उलटे चैंबर से पानी बाहर निकल रहा है. कदमकुआं इलाके में स्थित बुद्ध मूर्ति गोलंबर के साथ-साथ पूर्वी-पश्चिमी लोहानीपुर, कांग्रेस मैदान आदि इलाकों में पानी जमा है. बुधवार की सुबह तक इन इलाकों से कुछ पानी की निकासी हुई थी, लेकिन दोपहर में हुई बारिश के बाद स्थिति मंगलवार की तरह ही बन गयी. साहित्य सम्मेलन के पीछे का इलाका, ठाकुरबाड़ी रोड, जगत नारायण रोड, राजेंद्र नगर रोड नंबर एक व दो, पुराना अरविंद महिला कॉलेज रोड आदि इलाकों की सड़कों से पानी निकल गया था. लेकिन, राजेंद्रनगर रोड नंबर एक व दो स्थित मकानों के ग्राउंड फ्लोर में पानी जमा था. जगत किशोर रोड की स्थिति नारकीय बन गयी है.
विरोध में सड़क जाम : पहले से ही जंकशन स्थित न्यू मार्केट में जलजमाव की समस्या बनी थी, जिससे सैकड़ों दुकानों की बिक्री बंद हो गयी थी. बुधवार को हुई बारिश से और परेशानी बढ़ गयी.
इससे न्यू मार्केट के दर्जनों ठेला-खोमचा दुकानदारों ने स्टेशन रोड को जाम कर विरोध शुरू कर दिया, जिससे एक घंटा तक परिचालन बाधित रहा. बाद में पुलिस पहुंची और प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाया. वहीं, कंकड़बाग के अशोक नगर के कुछ इलाकों के साथ-साथ राम लखन पथ, विग्रहपुर, संजय गांधी नगर आदि इलाकों में बुधवार को भी पानी जमा था. इसमें सबसे खराब स्थिति रामलखन पथ की बनी हुई है. इस सड़क से हजारों की संख्या में लोगों की आवाजाही है, जो पानी से होकर आ-जा रहे हैं.
गंगा के जल स्तर में हुई वृद्धि, चौकीदार हुए तैनात
पटना. गांधी घाट पर गंगा के वाटर लेवल 46.40 में प्लस 0.12 मीटर की वृद्धि बुधवार को हुई. इस घाट का डेंजर लेबल 48.60 मीटर है. वहीं, घाटों पर ओवरलोड करनेवाले नाविकों को गिरफ्तार करने के लिए चौकीदार की नियुक्ति कर दी गयी है, जिसकी मॉनीटरिंग सदर एसडीओ पटना करेंगे. इधर, पुनपुन के बांधों का निरीक्षण करने अधिकारी पहुंचे है.
वहीं, दानापुर में गंगा खतरे से निशान से अभी 12 फुट नीचे बह रही है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा बुधवार को शाम में देवनानाला पर गंगा का जल स्तर 155.80 फुट नापा गया. सहायक अभियंता विजय कुमार प्रिंस ने बताया कि गंगा व सोन के जल स्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए शाम छह बजे से नाव के परिचालन पर रोक लगा दी गयी है.
पटना : बिहार के पश्चिमी भाग में बना लो प्रेशर अब बुधवार की सुबह पूर्वी यूपी में शिफ्ट हो गया है. ऐसे में बिहार के पूर्वी व उत्तरी भाग के कई जिलों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक माॅनसून सक्रिय होने के कारण गुरुवार को भी पटना, गया, भागलपुर व पूर्णिया में हल्की व तेज बारिश हो सकती है. वहीं बुधवार को पटना में 12.1 एमएम, भागलपुर में दो एमएम व पूर्णिया में 10 एमएम बारिश हुई है.
सुबह से ही बादल छाये हुए थे. उसके बाद कुछ देर के लिए धूप निकली और लगभग साढ़े बारह बजे अचानक से तेज बारिश शुरू हो गयी. जैसे ही बारिश खत्म हुई लोगों को ऊमस भरी गरमी से जूझना पड़ा. लगभग तीन बजे के बाद मौसम में दोबारा से बदलाव हुआ और हल्की हवा चलने के बाद ऊमस से राहत मिली. मौसम में हुए बदलाव के बाद बुधवार को अधिकतम तापमान 30.8 डिग्री तक गया. वहीं गया का अधिकतम पारा 32.5 डिग्री, भागलपुर का अधिकतम 31.0 डिग्री व पूर्णिया का अधिकतम पारा 31.8 डिग्री तक गया.
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सेन गुप्ता के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में अभी कोई हलचल नहीं है, लेकिन पूर्वी यूपी में बने लो प्रेशर के मजबूत होने के कारण बिहार का बाॅर्डर इलाका व उत्तरी बिहार में बारिश की संभावना अधिक है. पटना में बादल रहेंगे और कभी भी हल्की व तेज बारिश हो सकती है.
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