मॉनसून मेहरबान. शहरवासियों की मुश्किलें बढ़ी, किसान खुश
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खेतों में छाने लगी हरियाली
मॉनसून मेहरबान. शहरवासियों की मुश्किलें बढ़ी, किसान खुश पूर्णिया : मॉनसून जिले भर में मेहरबान है. सावन की शुरुआत के साथ ही बारिश का दौर रुक-रुक कर जारी है. इस वजह से जहां मौसम सुहाना हो गया है, वहीं शहर में जलजमाव की वजह से मुश्किलें भी बढ़ गयी है. वहीं दूसरी ओर किसानों की […]
पूर्णिया : मॉनसून जिले भर में मेहरबान है. सावन की शुरुआत के साथ ही बारिश का दौर रुक-रुक कर जारी है. इस वजह से जहां मौसम सुहाना हो गया है, वहीं शहर में जलजमाव की वजह से मुश्किलें भी बढ़ गयी है. वहीं दूसरी ओर किसानों की मुश्किलें काफी आसान हो गयी है. मॉनसून की बारिश के बाद धान की रोपनी तेज हो गयी है. जबकि विभिन्न मुहल्ले में जलजमाव के बाद लोगों को आवागमन की परेशानी उठानी पड़ रही है. मौसम विभाग से मिली जानकारी अनुसार मॉनसून की सक्रियता फिलहाल अगले 24 घंटे तक बरकरार रहेगी. हालांकि इस दौर में आंधी-तूफान की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. बारिश की वजह से अधिकतम तापमान में भी कमी आयी है, जिससे लोगों को राहत मिली है.
बारिश के बाद मौसम हुआ सुहाना : जिलेवासियों को सावन की बारिश के बाद उमस भरी गरमी से राहत मिली है. मंगलवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि इससे पूर्व लगातार 30 से 32 डिग्री सेल्सियस तापमान बना हुआ था. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को भी बारिश की संभावना है और अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक बना रहेगा. वहीं गुरुवार को बारिश के साथ-साथ आंधी-तूफान की भी संभावना है. इस दिन अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहेगा. उसके बाद अगले दो-तीन दिनों तक भी हल्की बारिश की संभावना नजर आ रही है.
किसानों की मुश्किलें हुई आसान : मॉनसून की मेहरबानी की वजह से किसानों की मुश्किलें काफी कम हो गयी है. ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार धान की रोपनी चल रही है. गौरतलब है कि कृषि विभाग द्वारा 10 हजार हैक्टेयर में बिचड़ा लगाने का लक्ष्य रखा गया था, जो पूरा कर लिया गया था. वहीं धान आच्छादन का लक्ष्य एक लाख हेक्टेयर है. लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 46 फीसदी धान की रोपनी जिले में पूरी हो चुकी है. सबसे महत्वपूर्ण यह है कि अब तक जितनी बारिश होनी चाहिए,
उससे अधिक बारिश हो चुकी है. लिहाजा अप्रत्याशित रूप से धान की रोपनी में भी तेजी देखी जा रही है. मई में 126 मिली मीटर बारिश हुई तो जून में 85.4 मिली मीटर और जुलाई में अब तक 237.6 मिली मीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से अधिक है. जिला कृषि पदाधिकारी सुरेंद्र प्रसाद के अनुसार मॉनसून सक्रिय है और इस वजह से धान की भी रोपनी तेजी से हो रही है, लिहाजा धान आच्छादन का लक्ष्य पूरा होना तय है.
शहर की गलियां बारिश के पानी से हो गयी हैं लबालब
तीन-चार दिनों तक बारिश नहीं होने की वजह से जिन जगहों में पहले जलजमाव की स्थिति थी, उसमें थोड़ी कमी आयी, लेकिन एक बार फिर मॉनसून के सक्रिय होने की वजह से पुराने जलजमाव वाले क्षेत्र के साथ-साथ नये इलाके में भी फिर एक बार गलियां पानी से लबालब हो गयी है. मधुबनी से डॉलर हाउस चौक जाने वाली सड़क हो या फिर खीरू चौक से बाड़ीहाट जाने वाली सड़क या मधुबनी की कोई गली हो अथवा गुलाबबाग की कोई सड़क, हर जगह एक ही जैसी स्थिति नजर आ रही है. यह हाल तब है, जब लालगंज नाला की सफाई काफी हद तक पूरी हो चुकी है.
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