पत्नी ने छोड़ दिया था साथ
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दर्जी का काम करता था अनिरुद्ध बीते साल हुई थी दूसरी शादी
पत्नी ने छोड़ दिया था साथ बिहारशरीफ : अनिरुद्ध पेशे से दर्जी था. मां-पिता दूसरे के खेत में मजदूरी किया करते थे. पिछले वर्ष अनिरुद्ध की शादी हुई थी. हालांकि पत्नी उसे छोड़ कर चली गयी थी. घटना के असल कारणों की जानकारी अनिरूद्ध के पिता वैजनाथ पंडित को भी नहीं है. वह कहते हैं […]
बिहारशरीफ : अनिरुद्ध पेशे से दर्जी था. मां-पिता दूसरे के खेत में मजदूरी किया करते थे. पिछले वर्ष अनिरुद्ध की शादी हुई थी. हालांकि पत्नी उसे छोड़ कर चली गयी थी.
घटना के असल कारणों की जानकारी अनिरूद्ध के पिता वैजनाथ पंडित को भी नहीं है. वह कहते हैं कि घटना के वक्त गांव के एक खेत में रोपनी कर कर रहा था. ग्राणीण बताते हैं कि पहली पत्नी की मौत के बाद से ही अनिरूद्ध मानसिक रूप से कमजोर हो चला था. पत्नी की मौत जब हुई थी तब उसका छोटा बेटा रितेश मात्र एक वर्ष का था. उसपर अपने तीनों बच्चों के लालन पालन की जिम्मेवारी थी. घर में दादा-दादी भी पोते-पोतियों पर ध्यान रखा करते थे. घर के दूसरे करीबी रिश्तेदार अलग-अलग रहते हैं.
सबों का खाना-पीना भी अलग-अलग ही है. सोमवार की संध्या सूर्य अस्त होने के बाद अनिरूद्ध अपने तीनों बच्चों को साथ में लेकर गांव के समीप रेलवे लाइन के पास लेकर चला गया. किसी ने उसकी मंशा नहीं भांपी.अचानक संध्या को खबर आयी कि अनिरूद्ध ने लाइन के पास अपने बच्चों के साथ खुदकुशी कर ली है. ग्रामीण बताते हैं कि अनिरूद्ध गांव में दर्जी का काम किया करता था. आर्थिक स्थिति कोई खास नहीं थी. अर्थिक संपन्नता कमजोर होना भी मौत का एक कारण माना जा रहा है. हालांकि सोमवार की सुबह तक ऐसा कुछ भी नहीं था. सुबह लोगों ने अनिरूद्ध को सही से लोगों से बात करते देखा था.
तीनों बच्चों के शव को देखने से ऐसा प्रतीत होता है,जैसे घटना को अंजाम देने से पूर्व पिता ने अपने बच्चों से कहा हो कि चलो आज कहीं घूमने चलते हैं. तीनों बच्चों ने अच्छे कपड़े पहन रखे थे. अनिरूद्ध की दोनों बिटिया के बाल भी संवरे हुए थे. पुलिस की हालिया जांच बताती है कि घटना के पीछे पारिवारिक कलह नहीं होकर पहली पत्नी की मौत सबसे बड़ा कारण है. रहुई थाना क्षेत्र के मिल्की पर गांव में एक साथ एक ही परिवार के चार लोगों की मौत की खबर से पूरे इलाके को मातमी सन्नाटा पसर गया है.
कब्र से बच्चे का शव निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा
सिरदला.चौबे गांव में ऑटो दुर्घटना में हुई बच्चे की मौत के बाद दफनाये गयी लाश को पुलिस ने कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. कार्यपालक दंडाधिकारी यशवंत कुमार समैयार की देखरेख में शव को कब्र से निकाला गया था. गौरतलब है कि 29 जून की देर शाम सिरदला थाना क्षेत्र के दुधैली गांव के समीप ऑटो पलट जाने से दो लोगों की मौत हो गयी थी.
दोनों मृतक पिता-पुत्र सिरदला थाना क्षेत्र के चौबे गांव के थे. मृतक रंजन राजवंशी अपने आठ वर्षीय पुत्र सन्नी कुमार के साथ अपनी साली के तिलक समारोह में दुधैली गांव गये थे. देर रात लौटने के क्रम में पदमौल-अमावा पथ पर मुड़कटवा से एक किमी पहले सिरदला थाना क्षेत्र में ऑटो पलट गया था. इसमें पुत्र सन्नी कुमार की मौत घटनास्थल पर हो गयी थी. रंजन राजवंशी की मौत इलाज के लिए पटना ले जाने के दाैरान हो गयी थी. परिजनों ने लाश को पोस्टमार्टम कराये बिना ही दफना दिया था. पिता की लाश का दाह संस्कार कर दिया गया था.
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