एक दूसरे के साथ कार्यक्रम में नहीं आते हैं नजर
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राजद में दरार, सांसद व विधायक आमने-सामने
एक दूसरे के साथ कार्यक्रम में नहीं आते हैं नजर मुंगेर : एक ओर जहां प्रदेश स्तर पर राष्ट्रीय जनता दल मुश्किल के दौर से गुजर रहा है और राजद सुप्रीमो सहित उप मुख्यमंत्री संकट से घिरे हुए हैं. वहीं दूसरी ओर जिला स्तर पर भी राजद में गुटबाजी सड़क पर आ चुकी है. बांका […]
मुंगेर : एक ओर जहां प्रदेश स्तर पर राष्ट्रीय जनता दल मुश्किल के दौर से गुजर रहा है और राजद सुप्रीमो सहित उप मुख्यमंत्री संकट से घिरे हुए हैं. वहीं दूसरी ओर जिला स्तर पर भी राजद में गुटबाजी सड़क पर आ चुकी है. बांका के सांसद जयप्रकाश नारायण यादव एवं मुंगेर के विधायक विजय कुमार विजय आमने-सामने नजर आ रहे हैं. सरकारी कार्यक्रमों से लेकर पार्टी स्तर के बैठकों में अलग-अलग गुट बन गये हैं. जहां सांसद रहते हैं, वहां विधायक नहीं. और जहां विधायक रहते हैं, वहां सांसद नहीं. जिला संगठन पर जयप्रकाश नारायण का दबदबा है और स्थानीय विधायक संगठन से दूर हैं. या यूं कहें कि विधायक का अपना अलग ही कुनबा है.
यूं तो मुंगेर में गत विधानसभा चुनाव के बाद से ही जयप्रकाश गुट व विजय कुमार विजय का गुट सामने आ गया और दोनों की अपनी डफली अपना राग है. जयप्रकाश नारायण यादव भले ही बांका के सांसद हैं. लेकिन मुंगेर के राजद संगठन पर उन्हीं का दबदबा है. फलत: पार्टी के जिलाध्यक्ष से लेकर अन्य पदाधिकारी जयप्रकाश के साथ ही नजर आते हैं.
दूसरी ओर विधायक गुट का मानना है कि जब जयप्रकाश बांका के सांसद हैं तो सिर्फ मुंगेर के मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. किंतु पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रमोद यादव की मानें तो जयप्रकाश नारायण यादव न सिर्फ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं बल्कि पूर्वांचल के सर्वमान्य नेता है. लेकिन राजद के विभिन्न प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता इस बात को स्वीकार नहीं करते. राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मो शहाब मलिक का कहना है कि जिस प्रकार जयप्रकाश नारायण यादव बांका के जनप्रतिनिधि हैं उसी प्रकार विधायक विजय कुमार विजय मुंगेर के जनप्रतिनिधि हैं. इसलिए उन्हें मुंगेर के संगठन व सरकारी कार्यक्रमों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.
जिलास्तरीय बैठक में नहीं दिखे विधायक : 27 अगस्त को भाजपा भगाओ, देश बचाओ रैली की सफलता को लेकर राजद के जिलास्तरीय पार्टी नेताओं व पदाधिकारियों की बैठक रविवार को हुई. जिसमें सांसद जयप्रकाश नारायण यादव, पूर्व सांसद राजनीति प्रसाद एवं रजिया खातून ने शिरकत किया. लेकिन विधायक विजय कुमार विजय बैठक में नहीं पहुंचे. विधायक गुट द्वारा श्रवण बाजार फल मंडी स्थित एक होटल में विधायक के कार्यालय में बैठक की गयी और सांसद पर कई गंभीर आरोप लगाये.
कहते हैं जिलाध्यक्ष
राजद के जिलाध्यक्ष प्रमोद यादव ने कहा कि पार्टी के हर संगठनात्मक कार्यक्रमों की विधिवत जानकारी विधायक को दी जाती है. लेकिन वे बैठक में नहीं आते. जिन लोगों को गलत आचरण के कारण पार्टी से हटा दिया गया है, वे लोग विधायक के साथ रह कर गलत बयानी कर रहे.
कहते हैं विधायक
विधायक विजय कुमार विजय ने कहा कि वे मुंगेर के विधायक हैं लेकिन उन्हें विधिवत श्रम विभाग के कार्यक्रम की जानकारी नहीं दी गयी. जबकि आमंत्रण पत्र से लेकर शिलापट में उनका नाम अंकित कर दिया गया. हर जन प्रतिनिधि का अपना क्षेत्र निर्धारित है और वहीं उन्हें काम करना चाहिए.
कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुए विधायक
गत दिनों सदर प्रखंड के नंदलालपुर स्थित आइटीआइ परिसर में महिला आइटीआइ भवन के शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें राज्य के श्रम मंत्री विजय प्रकाश एवं बांका के सांसद जयप्रकाश नारायण यादव मौजूद थे. लेकिन स्थानीय विधायक पूरे कार्यक्रम में कहीं नहीं दिखे. जबकि उस दिन वे मुंगेर में ही थे. शिलान्यास कार्यक्रम के कार्ड में भी उनका नाम था. विधायक के अनुपस्थिति से राजद में दरार की बात सत्य साबित हो गयी. क्योंकि उनके खेमे के कोई भी पार्टी नेता व कार्यकर्ता मौजूद नहीं थे. विधायक का कहना है कि उन्हें इस कार्यक्रम की विधिवत सूचना नहीं थी.
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