नयी दिल्ली : बैंक लोन डिफाल्टर, शराब कारोबारी और किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या पर सुप्रीम कोर्ट में अवमानना के एक मामले की सोमवार को सुनवाई हुई.
सुप्रीम कोर्ट ने अब अगली सुनवाई के लिए 14 जुलाई की तारीख तय की है. कोर्ट में नोटिस के बावजूद माल्या पेश नहीं हुए. हैरत की बात है कि सुनवाई के दौरान केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से वकील भी नहीं आये.
कोर्ट ने 9 मई को माल्या को कोर्ट की आज्ञा की अवमानना का दोषी पाया था. बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट माल्या के खिलाफ बैंकों के समूह की तरफ से दायर याचिका की सुनवाई कर रहा है.
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बैंकों का कहना है कि माल्या को फरवरी 2016 में डियाजियो से 4 करोड़ डॉलर की रकम मिली थी और उन्होंने कोर्ट के आदेश के विरुद्ध यह रकम इस्तेमाल कर्ज चुकाने के बजाय अपने बच्चों के खाते में ट्रांसफर कर दी.
गौरतलब है कि माल्या पर देश के विभिन्न बैंकों के करीब 9,000 करोड़ रुपये बकाया हैं. वह पिछले साल से लंदन में रह रहे हैं. उन्हें देश में वापस लाने की कोशिश शुरू की जा चुकी हैं.
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हाल ही में माल्या ने भारत नहीं लौटने को लेकर अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि भारत के जेलों की हालत बेहद खराब है. भारत ने ब्रिटेन से निवेदन किया है कि माल्या के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू की जाये.
माल्या को भारत वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 की बैठक के दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे से बात की थी. बताते चलें कि माल्या को कुछ महीनों पहले ही लंदन में गिरफ्तार किया गया था, हालांकि कोर्ट ने उन्हें तत्काल जमानत दे दी थी.
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