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रांची : प्रभात खबर प्रतिभा सम्मान समारोह में 2000 से अधिक बच्चे सम्मानित
प्रभात खबर प्रतिभा सम्मान समारोह में रविवार को 2000 से अधिक मेधावी बच्चों को सम्मानित किया गया. रांची विवि के दीक्षांत मंडप में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, वीसी डॉ रमेश पांडेय, जैक अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ और भारतीय स्टेट […]
प्रभात खबर प्रतिभा सम्मान समारोह में रविवार को 2000 से अधिक मेधावी बच्चों को सम्मानित किया गया. रांची विवि के दीक्षांत मंडप में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, वीसी डॉ रमेश पांडेय, जैक अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ और भारतीय स्टेट बैंक के सहायक महाप्रबंधक समीर सिन्हा ने टॉपरों को मेडल देकर हौसला बढ़ाया. इस अवसर पर प्रभात खबर के वरिष्ठ संपादक झारखंड अनुज सिन्हा, बिजनेस हेड विजय बहादुर, स्थानीय संपादक विजय पाठक मौजूद थे. स्थानीय संपादक ने सभी अतिथियों को गमले में लगा पौधा देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम का संचालन राजश्री और मंजीत सिंह ने किया
संस्कार युक्त शिक्षा से ही बच्चे बनेंगे चरित्रवान : डॉ नीरा यादव
शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा कि बच्चों को नैतिक शिक्षा दी जाये़ इससे बच्चे चरित्रवान बनेंगे़ अभिभावक बच्चों पर जिम्मेवारी का बोझ न थोपें. उनके मानसिक और शारीरिक विकास में मददगार बनें. बच्चों को संस्कार युक्त शिक्षा दें, ताकि वे आदर्श बेटा और बेटी बनें. उनसे 95 प्रतिशत अंकों की अपेक्षा न करें. बच्चे कोई रोबोट नहीं हैं. उन्हें खेलने-कूदने का मौका मिलना चाहिए. न कि स्कूल से आने के बाद सब्जेक्ट ट्यूशन के लिए दबाव. डॉ यादव ने कहा कि बच्चों का दैनिक जीवन मशीन की तरह हो गया है. बस्ते से दबते जा रहे हैं. उनकी स्वच्छंदता और उन्मुक्तता समाप्त सी हो गयी है. शारीरिक विकास काफी बाधित हो रहा है. बच्चे भी अपने समय का सदुपयोग करने की आदत डालें. बच्चों को फ्री छोड़ने की आवश्यकता है. उनके हर कोने में प्रतिभा छिपी हुई है. बच्चे मेहनत करते हैं, तो उन्हें सम्मान मिलना चाहिए. शिक्षा मंत्री ने बच्चों से प्रभात खबर की सक्सेस सीढ़ी (कॉलम) को अवश्य पढ़ने की अपील की.
परिश्रम के दम पर कोई भी सही स्थान पा सकता है : अरविंद सिंह
जैक बोर्ड के अध्यक्ष अरविंद सिंह ने कहा कि परिश्रम के बल पर कोई भी सही स्थान पा सकता है. शिष्य को अच्छा स्थान मिलने से गुरु भी प्रसन्न होते हैं. अच्छे पारिवारिक वातावरण से बच्चों को सफलता भी मिलती है. उन्होंने बच्चों से अच्छा इनसान बनने की अपील की, जो समाज और राष्ट्र के लिए एक धरोहर बन सके. श्री सिंह ने बच्चों के चरित्र निर्माण पर जोर दिया. कहा कि बच्चे शैक्षणिक पाठ्यक्रम का अध्य्यन करने के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण की बातें भी सोचें. जापान और इजरायल का उदाहरण दिया, जहां के लोगों में देश भक्ति कूट-कूट कर भरी हुई है. इसके दम पर दोनों देश बड़े-बड़े देशों को आर्थिक और सामरिक क्षेत्रों में चुनौती दे रहे हैं.
सपना देखने से ही लक्ष्य प्राप्त होगा : डॉ रमेश पांडेय
रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश पांडेय ने कहा कि बच्चे सपने अवश्य देखें. सपना देखने से ही लक्ष्य प्राप्त होगा. उन्होंने अभिभावकों से बच्चों के सपनों को साकार करने में मदद करने की अपील की. बच्चों से एक लक्ष्य बना कर उस पर आगे बढ़ने को कहा. वीसी ने कहा कि समय का सदुपयोग कर अपनी प्राथमिकताएं तय करने की जरूरत है. समय का महत्व नहीं समझने का खराब असर भी पड़ता है. बच्चे अपने गुरु का सम्मान करें. शिक्षकों के फैसले का सम्मान करें. इस दौरान सभी सफल बच्चों को मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में सफल होने पर शुभकामनाएं दीं.
100 में 15 इंजीनियरों को ही मिल रही है नौकरी : संजय कुमार
मुख्यमंत्री रघुवर दास के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि 2016 में 100 इंजीनियरिंग के स्नातकों में से 15 प्रतिशत को ही नौकरी मिली है. 10 फीसदी आम ग्रेजुएट्स को ही रोजगार मिलता है. समय के साथ तकनीक भी बदल रही है. इसपर हमें सोचने की जरूरत है. कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और तेलांगना में एक लाख की आबादी पर 60 तकनीकी संस्थान हैं. झारखंड में सिर्फ सात हैं. श्री कुमार ने कहा कि रांची में दो ही चीजों का विज्ञापन अधिक दिखता है. एक मोबाइल कंपनी, दूसरा ट्यूशन करानेवालों का. अभिभावक बच्चों को पर्याप्त समय दें और उनसे पूछें कि वे क्या बनना चाहते हैं? जिंदगी में 95 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण करने का फायदा क्या, यदि बच्चे गुणवान और विचारवान न हों. उन्होंने कहा कि जॉब मार्केट बदल रहा है. अगले 10 वर्षों में वैसी नौकरियां समाप्त हो जायेंगी, जहां सृजनशीलता नहीं रहेगी. एलएंडटी और इंफोसिस का हाल देख लीजिए. गूगल एक ऐसा एप डेवलप कर रहा है, जिसमें बगैर ड्राइवर के ट्रेनें चलेंगी. पिछले कुछ वर्षों में बैंकिंग सेक्टर में सिर्फ पांच प्रतिशत जॉब क्रिएट हुई है.
गरीब की बेटी को पढ़ाओ : संजय सेठ
खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ ने कहा कि गरीब की बेटी को पढ़ाने और साधनहीन का इलाज कराने से बड़ा नेक काम कोई नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा दिया है. प्रभात खबर के सम्मान कार्यक्रम में बेटियां अधिक हैं. उन्होंने कहा कि प्रभात खबर होनहार बच्चों को सम्मानित कर एक बेहतर काम कर रहा है. उन्होंने अपने गुरु जटाधारी मिश्र के संस्मरण सुनाये. श्री सेठ ने कहा कि यदि प्रभात खबर किसी गरीब बेटी को शिक्षित करने के लिए अनुशंसा करेगा, तो वह काम वे जरूर करेंगे. वे कई बेटियों को शिक्षित कर रहे हैं. सब कुछ पैसा कमाने से नहीं होता है. उन्होंने कहा कि पैसे अधिक हों, तो अपने परिवेश में किताबें दें. पुस्तकालय बनवायें. पैसे का सदुपयोग करें.
2003 में शुरू हुई थी यात्रा
प्रभात खबर के कार्यकारी निदेशक आरके दत्ता ने कहा कि प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम की शुरुआत 2003 में की गयी थी. सीबीएसइ और आइसीएसइ में अच्छे अंक लानेवाले बच्चों की प्रतिभा को याद करने के लिए झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल के 70 शहरों में यह आयोजन होता है. प्रभात खबर करियल मेला भी लगाता है.
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