गया : स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने जिले में किसानों को डीजल अनुदान देने में उदारता बरतने का निर्देश जिला प्रशासन को दिया है. वह शनिवार को समाहरणालय के सभा कक्ष में बाढ़, सुखाड़ व अन्य मसलों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने डीएम कुमार रवि से डीजल अनुदान के लिए जिले को मिले आवंटन के बारे में जानकारी ली.
बताया गया कि डीजल अनुदान के रूप में तीन करोड़ 27 लाख रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ है, इसे सभी प्रखंडों को उपलब्ध करा दिया गया है. जिले में बाढ़ व सुखाड़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली. डीएम ने बताया कि गया जिला पारंपरिक रूप से सुखाड़ प्रभावित रहा है. हालांकि पिछले वर्ष फ्लैश फ्लड के कारण शहर में बाढ़ के हालात बने थे. इसके अलावा पहाड़ी पर चट्टान खिसकने की घटना के कारण सेना के सहयोग से सैकड़ों घरों काे खाली कराया गया था. इस बैठक में एसएसपी गरिमा मलिक, डीडीसी संजीव कुमार, वन प्रमंडल पदाधिकारी, समेत सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे.
181 नलकूपों में 72 ही चालू: प्रधान सचिव ने नलकूप, लघु सिंचाई, सिंचाई प्रमंडल के अधिकारियों से जिले में नलकूपों के चालू होने की जानकारी ली. बताया गया कि 181 नलकूपों में से 72 ही चालू हालत में हैं. प्रमंडलीय आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव ने सभी नलकूपों का भौतिक सत्यापन कराने का निर्देश दिया. इसके लिए जिला कृषि पदाधिकारी और प्रखंड अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. जिले के सरकारी स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर खराब पड़े चापाकल को अविलंब बनाने का निर्देश कार्यपालक अभियंता पीएचइडी को दिया है.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सर्पदंश की दवा रखने का निदेश: उन्होंने जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 30 वायल सर्पदंश की दवा रखने का निर्देश दिया है. आगामी 20 जुलाई तक सभी दवाओं का क्रय कर इसे स्वास्थ्य केंद्रों को उपलब्ध करा देना है. जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि 25 प्रकार की पशु दवाएं उपलब्ध हैं. उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के संबंध में भी जानकारी ली. बताया गया कि जिले में अभी तक 276 वार्ड और नौ पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त किया जा चुका है. कब्रिस्तान की घेराबंदी और मंदिर चाहरदीवारी का काम भी प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है.
गया को डीजल अनुदान के रूप में मिले हैं तीन करोड़ 27 लाख
बीज डालने का काम एक से दो दिनों में होगा पूरा
अभी तक 92 फीसदी बिचड़े खेतों में डाले जा चुके हैं, दो से तीन दिनों के अंदर 100 फीसदी काम पूरा कर लिया जायेगा. रोपनी जुलाई से अगस्त के अंत तक चलेगी. जिले में जून व जुलाई माह के बीच 188.4 मिली मीटर बारिश हुई है.
आइसीयू की स्वीकृति के लिए योजना तैयार
प्रधान सचिव ने मगध मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के संबंध में प्रमंडलीय आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव से जानकारी ली. बताया गया कि मगध मेडिकल कॉलेज के आइसीयू के पुर्नोद्धार के लिए 75 लाख रुपये की योजना स्वीकृति के लिए विभाग को भेजी गयी है. मगध मेडिकल कॉलेज में ड्रेनेज सिस्टम व शौचालय की स्थिति में सुधार लाने के लिए प्राक्कलन बनाने का निर्देश दिया गया है. जिलास्तर पर डॉक्टरों, एएनएम और संविदा पर रिक्त पड़े पदों पर नियोजन के लिए चयन करने का निर्देश भी दिया गया है.