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विशंभरपुर में गंडक के निशाने पर 60 घर
गंडक नदी का जल स्तर काफी कम है. फिर भी नदी तबाही मचाने को आतुर दिख रही है. कालामटिहनिया पंचायत में संभावित तबाही को देख लोग सहम उठे हैं. बारिश की हर बूंदें इनकी धड़कन बढ़ा रही है. कालामटिहनिया : जरा इस तसवीर को गौर से देखिए. यह विशंभरपुर का टोला है. आंगनबाड़ी के पास […]
गंडक नदी का जल स्तर काफी कम है. फिर भी नदी तबाही मचाने को आतुर दिख रही है. कालामटिहनिया पंचायत में संभावित तबाही को देख लोग सहम उठे हैं. बारिश की हर बूंदें इनकी धड़कन बढ़ा रही है.
कालामटिहनिया : जरा इस तसवीर को गौर से देखिए. यह विशंभरपुर का टोला है. आंगनबाड़ी के पास नदी का दबाव बना हुआ है. बीच-बीच में हो रहे कटाव को रोकने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग की तरफ से बचाव कार्य तेज किया गया है. गंडक नदी में शुक्रवार की शाम चार बजे वाल्मीकि नगर बराज से 96.2 हजार क्यूसेक जल डिस्चार्ज किये जाने की खबर है. इतने कम पानी के बाद भी नदी यहां तबाही मचाने को व्याकुल दिख रही है. विशंभरपुर के 60 घर नदी के निशाने पर हैं.
लगभग 300 की आबादी के उजड़ने का खतरा बना हुआ है. आंगनबाड़ी केंद्र कब नदी में समा जाये, कहना मुश्किल है. विशंभरपुर टोला के बिगु पासवान, वीरेंद्र पासवान, राजेश पासवान, मुख्तार बैठा, बाबू लाल यादव, ददन तिवारी, योगेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, सुदेश सिंह, ललन सिंह, विनोद साह समेत गांव के अधिकतर लोग अपने घरों को खाली करने की तैयारी में हैं. गांव की चौखट तक नदी पहुंच चुकी है.गांव के लोगों का मानना है कि नदी का जल स्तर जैसे ही डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक होगा, तब तबाही रोकना मुश्किल होगा. कालामटिहनिया के लोग अभी से ही दशहत में हैं. लोग अपने-अपने सामान को समेटने लगे हैं. नेपाल में लगातार हो रही बारिश से गंडक नदी में उफान आने की आशंका बनी हुई है.
पाइलट चैनल की सफलता पर सवाल: बाढ़ नियंत्रण विभाग ने गंडक नदी के दबाव को कम करने केलिए अहिरौलीदान से कालामटिहनिया तथा विशंभरपुर में पाइलट चैनल बनाया है.
चार दिन पूर्व नदी में आये उफान के बाद पाइलट चैनल के एक्टिवेट होने का दावा बाढ़ नियंत्रण विभाग ने किया था. यहां की स्थिति और इस तसवीर को देखने के बाद पाइलट चैनल की सफलता पर प्रश्न खड़ा हो रहा है. हालांकि विभाग का कहना है कि नदी के स्वभाव को रोक पाना कठिन है. पाइलट चैनल बिल्कुल सफल साबित होगा. लगातार पाइलट चैनल में ड्रेनेज मशीन काम कर रही है.
नदी का नहीं है कोई दबाव : कालामटिहनिया में तैनात सीवान प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता नवल किशोर सिंह का दावा है कि यूपी के अहिरौलीदान से लेकर पूरे इलाका में कहीं भी कोई दबाव नहीं है. अभियंताओं की टीम पल-पल की स्थिति पर नजर रख रही है. वहीं मुख्य अभियंता कुमार जयंत ने बताया कि जिले के सभी तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित हैं. नदी का जल स्तर काफी डाउन है. खतरे की कहीं से कोई बात नहीं है.
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