श्रीनगर : अमरनाथ यात्रा के दौरान दो और श्रद्धालुओं की मौत के बाद मरने वालों की संख्या आठ हो गयी. गुरुवार को मरने वालों में एक गुजरात निवासी पाटिल पोपड लाल (57) और पटना, बिहार निवासी रविंद्र कुमार (58) शामिल हैं. दोनों की मौत ऊंचाई पर दिल का दौरा पड़ने से हुई.
एक अधिकारी ने बताया कि पहलगांव वाले रास्ते पर दोनों को दिल का दौरा पड़ा, दोनों को मेडिकल कैंप में पहुंचाया गया, वहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया. इसी प्रकार पूर्व में ठह लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने से हो गयी, जिसमें एक आईटीबीपी का जवान भी शामिल है.
चालीस दिन तक चलने वाली इस यात्रा का समापन सात अगस्त को रक्षाबंधन के दिन हो जायेगा. इस यात्रा के सातवें दिन यानी बुधवार को 10,561 तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना की. गत 29 जून को इस यात्रा के शुभारंभ से लेकर अब तक 90,045 यात्री अमरनाथ मंदिर में बाबा बर्फानी का दर्शन कर चुके हैं.
अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए 2,513 तीर्थयात्री जम्मू से रवाना
दक्षिण कश्मीर के हिमालय में 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर में भगवान शिव के दर्शन करने के लिए 2,513 श्रद्धालुओं का एक और जत्था गुरुवार को जम्मू से रवाना हुआ. अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ के सुरक्षा घेरे में 1853 पुरुष, 550 महिलाएं और 100 साधू 78 वाहनों में सवार होकर अमरनाथ मंदिर के लिए सुबह बालटाल और पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना हुए.
गुरुवार के जत्थे के साथ ही 28 जून को यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक 23,048 तीर्थयात्री और साधू अमरनाथ के लिए जम्मू से रवाना हो चुके हैं. गत शाम तक 90,045 श्रद्धालु दक्षिण कश्मीर की पहाडि़यों में स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं. यात्रा में पिछले सात दिनों के दौरान मंदिर की ओर जाने वाले मार्गों पर सात श्रद्धालुओं और आईटीबीपी के सहायक उप निरीक्षक की मौत हो चुकी है.
सरकार ने पुलिस, सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ समेत 35,000 से 40,000 सुरक्षाकर्मियों को तीर्थयात्रा के लिए तैनात किया है. लिद्दर घाटी में स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर पहलगाम से 46 किलोमीटर और बालटाल से 14 किलोमीटर की दूरी पर है.