सोल : उत्तर कोरिया की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल ‘बड़े, भारी परमाणु आयुध’ ले जाने में सक्षम है जो पृथ्वी के वायुमंडल में दोबारा दाखिल हो सकती है. यह बात बुधवार को देश की आधिकारिक समाचार एजेंसी ने कही. वाशिंगटन ने मंगलवारको इस मिसाइल को आइसीबीएम बताया था. वहीं, स्वतंत्र विशेषज्ञों ने कहा था कि यह मिसाइल अलास्का तक पहुंच सकती है. ‘द कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने कहा कि नेता किम जोंग ऊन ने प्रक्षेपण का निरीक्षण करने के बाद गाली देते हुए कहा कि ‘अमेरिकी चार जुलाई को उनके स्वतंत्रता दिवस पर भेजे गये इस तोहफे से ज्यादा खुश नहीं होंगे.’
केसीएनए के अनुसार, जोर से हंसते हुए उन्होंने कहा, ‘हमें उनकी बोरियत दूर करने के लिए बीच-बीच में तोहफा भेजते रहना चाहिए.’ किम ने ह्वासोंग-14 मिसाइल का निरीक्षण किया था और संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा था, ‘यह बेहद सुंदर लग रही है और इसे अच्छे से बनाया गया है.’ प्रायद्वीप युद्ध के वर्ष 1953 में समाप्त होने के साथ ही उत्तर और दक्षिण कोरिया अलग हो गये और इस युद्ध की समाप्ति शांति समझौते की जगह युद्ध विराम के साथ हुई थी. उत्तर कोरिया का कहना है कि उसे आक्रमण के खतरे से स्वयं को बचाने के लिए परमाणु हथियारों की आवश्यकता है.
केसीएनए ने किम के हवाले से कहा कि वाशिंगटन के साथ उत्तर कोरिया का टकराव ‘अंतिम चरण’ में पहुंच गया है और अमेरिका की शुत्रतापूर्ण नीति तथा उसकी ओर से परमाणु खतरे के पूरी तरह खत्म होने तक उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियारों तथा बैलिस्टक मिसाइलों को किसी भी सूरत में नहीं त्यागेगा. दक्षिण के संयुक्त चीफ्स ऑफ स्टाफ ने ‘चेतावनी के एक मजबूत संदेश के रूप में’ कहा कि इसके (मिसाइल प्रक्षेपण) के जवाब में अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई सैनिकों नेबुधवार को समानांतर रूप से कई मिसाइल दाग कर अभ्यास किया. एक बयान में प्रक्षेपण की पुष्टि करनेवाले अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा कि अमेरिका कभी भी परमाणु हथियारों से संपन्न उत्तर कोरिया को बर्दाश्त नहीं करेगा.
संरा ने की उत्तर कोरिया के ‘खतरनाक परीक्षण’ की निंदा
दूसरी तरफ संयुक्तराष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने उत्तर कोरिया के बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण की कड़ी भर्त्सना की है. गुतारेस ने एक बयान में कहा, ‘यह कार्रवाई सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का सरेआम उल्लंघन और स्थितियों को खतरनाक स्तर तक ले जानेवाली हैं.’ उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के ‘नेतृत्व को अब उकसावे की कार्रवाई बंद करना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पूरी तरह से पालन करना चाहिए.’ प्योंगयांग द्वारा पहले सफल अंतरमहाद्विपीय मिसाइल परीक्षण की घोषणा के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आज एक आपात बैठक होने की उम्मीद है. अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने चीन के राजदूत लियू जिएय से एक आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया था. वह इसी माह परिषद के अध्यक्ष बने हैं. उधर, राजनयिकों ने बताया कि उत्तर कोरिया की घोषणा के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आपात बैठक बुलायी है.