कोलकाता:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने उन्हें फोन करके धमकी दी है. संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्यपाल ने भाजपा के एक ब्लॉक अध्यक्ष के समान भाषा का इस्तेमाल किया है. उन्होंने काफी बड़ी-बड़ी बातें की. वह असम्मानित महसूस कर रही हैं. इसकी वह आदी नहीं हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने भी राज्यपाल को स्पष्ट किया है कि वह उनसे इस तरह की भाषा का उपयोग नहीं कर सकते हैं.
राज्यपाल जिस तरह से संवैधानिक पदपरहैं, वैसे ही उनका पद (मुख्यमंत्री) भी एक संवैधानिक पद है. वह किसी की दया पर मुख्यमंत्री नहीं बनी हैं. भाजपा, माकपा या कांग्रेस की दया पर नहीं बल्कि जनता के जनादेश से वह मुख्यमंत्री बनी हैं. राज्यपाल ने फोन करके उन्हें कानून-व्यवस्था बतायी. ममता बनर्जी ने सवाल उठाया कि वह क्या निष्पक्ष नहीं रह सकते? वह किसी की नौकर-चाकर नहीं हैं जो ऐसी बात कही गयी.
I made it clear to him (Governor) that he cannot speak to me in such a manner, cannot threaten me: Mamata Banerjee,West Bengal CM pic.twitter.com/MYwGRrStvX
— ANI (@ANI) July 4, 2017
उल्लेखनीय है कि उत्तर 24 परगना जिले के बशिरहाट में हुई सामुदायिक हिंसा के संंबंध में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को फोन किया था. मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं के सामने आरोप लगाया कि जीवन में कभी भी वह इतनी असम्मानित नहीं हुईं. मुख्यमंत्री ने हुई हिंसा के संबंध में कहा कि जिस भी समुदाय ने मामले को शुरू किया गलत किया. कोई यदि यह सोचे कि उसकी दया की वजह से वह मुख्यमंत्री हैं तो वह गलत सोच रहा है. उन्हें अपना पद छोड़ने में जरा भी देर नहीं लगेगी. वह तुरंत अपना पद छोड़ सकती हैं. वह आम जनता के अधिकारों में विश्वास करती हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वहां हुई घटना के बाद पुलिस गोली नहीं चला सकती थी. यदि एकाध लोग हों तो और बात है लेकिन वहां सैकड़ों की तादाद में यदि लोग हों तो पुलिस कैसे गोली चलाये. गोली चलाने पर सैकड़ों लोगों की मौत हो जाती. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल के लिए वह यही कहना चाहती हैं कि वह इस तरह का बर्ताव नहीं कर सकते.