जालंधर: केंद्र सरकार आधीरात के वक्त जिस समय जीएसटी लागू करने के लिए बिगुल फूंक रही होगी उसी वक्त जालंधर स्थित विश्व प्रसिद्ध खेल उद्योग से जुड़े लोग खेल सामग्री पर लगाये गये नयी कर प्रणाली का विरोध करते हुए केंद्र सरकार का पुतला फूंकेंगे. पंजाब व्यापार सेना के प्रमुख रविंदर धीर ने बताया कि शुक्रवार को आधी रात के समय जब केंद्र सरकार जीएसटी लागू करने के लिए बिगुल फूंक रही होगी, ठीक उसी वक्त जालंधर के खेल उद्योग से जुड़े व्यापारी केंद्र सरकार के इस कदम का विरोध करते हुए पुतला फूकेंगे.
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धीर ने बताया कि खेल सामग्री पर तीन तरह के जीएसटी का प्रावधान किया गया है. इन सामग्रियों पर 12, 18 और 28 फीसदी की दर से कर थोपा गया है. इससे इनकी कीमतों में बढ़ोतरी हो जायेगी, जो हमारे व्यापार के लिए ठीक नहीं है. सरकार का यह कदम छोटे और मंझोले उद्योग धंधों के लिए घातक साबित होगा. उन्होंने कहा केंद्र ने व्यायाम से जुड़े सभी सामग्रियों को लक्जरी आइटम की फेहरिस्त में शामिल कर उस पर 28 फीसदी का कर लगा दिया है, यह न तो लोगों के हित में है और न ही खेल उद्योग के हित में है.
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धीर ने बताया कि हमने कई बार इस बारे में ज्ञापन भी सौंपा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है. सरकारी गड़बड़ियों के कारण जालंधर का खेल उद्योग ऐसे ही अपने अवसान पर है. इसलिए खेल सामग्रियों पर केंद्र के मौजूदा जीएसटी व्यवस्था का विरोध करने के लिए हमलोगों ने शुक्रवार को रात 11 बजे से 12 बजे तक धरना देने तथा पुतला फूंकने का निर्णय किया है.
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