ज्यूरिख/नयी दिल्ली : भारतीयों द्वारा स्विट्जरलैंड के बैंकों में जमा कराया गया धन 2016 में लगभग आधा यानी 67.6 करोड़ स्विस फ्रेंक (करीब 4500 करोड़ रुपये) रह गया. इस तरह इन गोपनीय खातों में जमा संदिग्ध कालेधन के खिलाफ जारी अभियान के बीच आलोच्य वर्ष में यह धन अपने रिकाॅर्ड निचले स्तर पर आ गया. हालांकि, इन स्विस बैंकों में सभी विदेशी ग्राहकों द्वारा रखा गया कुल धन मामूली रूप से बढ़ कर 1420 अरब स्विस फ्रेंक यानी लगभग 96 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. एक साल पहले यह राशि 1,410 अरब स्विस फ्रेंक थी.
भारतीयों द्वारा स्विस बैंकों में सीधे तौर पर जमा धन घट कर आलोच्य साल में 66.48 करोड़ स्विस फ्रैंक रहा. वहीं, अमानती तौर पर रखा गया धन 2016 के आखिर में 1.1 करोड़ स्विस फ्रैंक रहा. यह जानकारी स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंकिंग प्राधिकरण स्विस नेशनल बैंक द्वारा गुरुवार को जारी ताजा आंकड़ों में दी गयी है. इसके अनुसार स्विस बैंकों में भारतीयों के कुल धन में 2016 में 45 प्रतिशत की गिरावट आयी और यह 67.575 करोड़ स्विस फ्रेंक सीएचएफ रहा. इस तरह से इस धन में सबसे बड़ी सालाना गिरावट दर्ज की गयी. उक्त राशि में 37.7 करोड़ स्विस फ्रेंक ग्राहक जमाओं के रूप में, लगभग 9.8 करोड़ रुपये अमानती राशि के रूप में तथा 19 करोड़ स्विस फ्रेंक अन्य देनदारियों केरूप में है.
एसएनबी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल सभी श्रेणियों में राशि में गिरावट दर्ज की गयी. भारतीयों के स्विस बैंक खातों में जमा राशि में यह 1987 के बाद की सबसे बड़ी सालाना गिरावट है. राशि में लगातार तीसरे साल गिरावट दर्ज की गयी है. वर्ष 2007 तक ही संपत्ति प्रबंधकों या अमानती रूप में रखी गयी राशि अरबों डाॅलर में हुआ करती थी, लेकिन नियामकीय कार्रवाई की आशंकाओं के बीच इसमें लगातार गिरावट आयी है. वर्ष 2006 के आखिर में भारतीयों के स्विस बैंक खातों में जमा राशि 6.5 अरब स्विस फ्रेंक 23000 करोड़ रुपये थी. एक दशक में ही यह राशि घटकर लगभग दसवां हिस्सा रह गयी है. हालांकि, एसएनबी के उक्त आंकड़े स्विस बैंकों में जमा कथित काले धन का कोई संकेत नहीं देते हैं. इसमें वह राशि भी शामिल नहीं है जो कि भारतीयों, प्रवासी भारतीयों व अन्य ने अलग अलग देशों की कंपनियों के नाम से जमा करवा रखी है.
इस बीच, पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा स्विस बैंकों में जमा करायी गयी राशि 2016 में मामूली घट कर 1,400 अरब स्विस फ्रेंक (करीब 9,500 करोड़ रुपये) रह गयी, लेकिन यह राशि भारतीयों की जमा राशि से अधिक है. स्विस बैंकों में भारतीयों की जमा राशि में लगातार तीसरे साल गिरावट आयी है.