रांची: राज्य सरकार ने शहर की दो प्रमुख जगहों (मधुकम आैर हरमू चौक) पर मार्केट का निर्माण कराया था. उम्मीद की जा रही थी कि फुटपाथ दुकानदारों को इन मार्केटों में शिफ्ट करने से शहर व्यवस्थित हो जायेगा. साथ ही इन दुकानदारों पर मौसम की मार नहीं पड़ेगी. हालांकि, सरकार की यह योजना कारगर साबित नहीं हुई.
मौजूदा स्थिति यह है कि जिन दुकानदारों को इन मार्केटों में दुकानें आवंटित हुई हैं, वे भी फुटपाथ पर ही दुकानें लगा रहे हैं. जबकि, आवंटित दुकानों को इन्होंने गोदाम और पार्किंग बना रखा है. इस अव्यवस्था के लिए सीधे तौर पर संबंधित विभाग के अधिकारी काे जिम्मेवार माना जा रहा है, जिन्हें इसकी निगरानी साैंपी गयी थी.
हरमू चौक स्थित वेजिटेबल मार्केट : झारखंड राज्य आवास बोर्ड ने वर्ष 2012-13 में हरमू चौक के समीप वेजिटेबल मार्केट का निर्माण कराया था. यहां कुल 284 दुकानें बनायी गयी थी, जिनमें से 215 दुकानें आवंटित की जा चुकी हैं. दुकानदारों ने इन दुकानों पर कब्जा भी ले लिया है. इसके बावजूद ये लोग अब भी अपनी दुकानें सड़क के किनारे ही लगा रहे हैं, जबकि आवंटित दुकानों का उपयोग गोदाम के रूप में किया जा रहा है. सड़क किनारे दुकानें लगने की वजह से गंदगी का अंबार लगा रहता है. यातायात भी बाधित रहता है
खादगढ़ा स्थित सब्जी मंडी : नगर निगम ने वर्ष 2014-15 में खादगढ़ा स्थित सब्जी मंडी का निर्माण कराया था. इस मार्केट में सब्जी विक्रेताओं के लिए 350 दुकानें बनायी गयी थीं. लॉटरी के माध्यम से सभी दुकानें आवंटित भी की जा चुकी हैं, लेकिन दुकान लेनेवाले अधिकतर दुकानदार आज भी सड़क किनारे ही अपनी दुकानें लगाते हैं. सड़क किनारे दुकानें लगने की वजह से यहां की सड़क पर भी दिन भर जाम लगा रहता है.
वेजिटेबल मार्केट में दुकानें आवंटित होने के बावजूद अगर कोई दुकानदार सड़क के किनारे दुकान लगाता है, तो यह सरासर गलत है. जल्द ही रांची नगर निगम की टीम दोनों वेजिटेबल मार्केट में अभियान चलायेगी. ऐसे दुकानदारों को चिह्नित कर उनके खिलाफ नियम संगत कार्रवाई की जायेगी.
अंबुज कुमार, सिटी मैनेजर, रांची नगर निगम