गांव में भ्रष्टाचार देख कर मिली सुदर्शन को प्रेरणा
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सुदर्शन ने नापी 70 हजार नौ सौ 50 किमी धरती
गांव में भ्रष्टाचार देख कर मिली सुदर्शन को प्रेरणा 709 जिले की यात्रा के बाद सुदर्शन मंगलवार को पहुंचे अररिया अररिया आरएस : भारत में कई ऐसे लोग हैं जो तरह तरह के जनसुधार को ले अपनी नयी नयी तकनीकी से लोगों को प्रेरित करते होंगे. इसी कड़ी में भ्रष्टाचार के अंत को ले लोगों […]
709 जिले की यात्रा के बाद सुदर्शन मंगलवार को पहुंचे अररिया
अररिया आरएस : भारत में कई ऐसे लोग हैं जो तरह तरह के जनसुधार को ले अपनी नयी नयी तकनीकी से लोगों को प्रेरित करते होंगे. इसी कड़ी में भ्रष्टाचार के अंत को ले लोगों को प्रेरित करने की मंशा से यूपी के छोटी काशी ग्राम तेनवा जिला संत कबीर नगर निवासी सुदर्शन प्रसाद विश्वकर्मा भी साइकिल रथ निकाल कर देश घूम रहे हैं और लोगों को भारत को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों को संदेश दे रहे हैं. वे भारत के 709 जिलों का भ्रमण कर लोगों को संदेश देने निकले हैं. इसी क्रम में वे 592 जिलों का भ्रमण करते हुए मंगलवार की देर शाम अररिया पहुंचे.
इस दौरान वे मां खड्गेश्वरी काली मंदिर पहुंचे. जहां रात्रि विश्राम किया. सुदर्शन से हुई बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वे दो साल 65 दिनों तक इसी तरह साइकिल पर भ्रमण करते रहेंगे. इसी दौरान वे भारत के सभी जिला मुख्यालय में जायेंगे और सभी जिलाधिकारी से मिल कर भ्रष्टाचार मुक्त देश, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व पर्याववण को बचाने का संदेश देंगे.
पांच बार हो चुका है हमला: सुदर्शन की साइकिल यात्रा के दौरान उन पर पांच राज्यों के विभिन्न स्थानों पर कुछ उचक्कों द्वारा पांच बार हमला किया गया. फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी. उन्होंने कहा कि जब तक वे अपने उद्देश्य को पूरा नहीं कर लेते तब तक अपने मिशन से पीछे नहीं हटेंगे.
दिल्ली में साइकिल यात्रा का करेंगे समापन: सुदर्शन प्रसाद ने बताया कि उनकी यात्रा का समापन दिल्ली के रामलीला मैदान में होगा. इस दौरान वे भारत के प्रधानमंत्री, सभी राज्य के मुख्यमंत्री सहित सभी जनप्रतिनिधि को आमंत्रण पत्र भेजेंगे. इस दौरान जुटने वाले लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त भारत, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व पर्यावण को बचाने का संकल्प दिलाया जायेगा. इस संकल्प के बाद यात्रा का समापन हो जायेगा.
गांव की सरकारी योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार से मिली प्रेरणा: उन्होंने बताया कि उनके गांव में पंयायत का भवन निर्माण होना था. इस योजना में भ्रष्टाचार बरते जाने की बात सामने आयी थी. इसके उद्भेदन के लिए आरटीआई का सहारा लिया गया. पर आरटीआई का जवाब नहीं आया. इसके बाद से ही उन्हें प्रेरणा मिली और वे भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगाने के लिए साइकिल रथ लेकर निकल पड़े. उन्होंने बताया कि यह काम अकेले संभव नहीं है इसलिए लोगों को इसके लिए जागरूक कर रहे हैं.
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