पटना : निषाद विकास संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी ने कहा कि जदयू कार्यालय में शुक्रवार को जल श्रमिक प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी की पहली बैठक में जदयू सांसद आरसीपी सिंह द्वारा दिया गया बयान अत्यंत ही हास्यास्पद है. उन्होंने कहा कि पिछले 12 सालों की सरकार में जदयू द्वारा प्रदेश में मल्लाहों के उत्थान तथा विकास के लिए कोई भी कल्याणकारी योजनाओं को लागू नहीं किया गया. मल्लाहों के लिए सिर्फ योजनाएं बनायी गयी मगर इसका लाभ कभी नहीं दिया गया. मल्लाहों के लिए बनायीगयी सारी योजनाएं कागजी छलावा भर बनकर रह गयी.
सन ऑफ मल्लाह ने कहा कि निषाद विकास संघ द्वारा समाज हित में किए जा रहे कार्यों तथा उनके बढ़ते प्रभाव से घबराकर जदयू जल श्रमिक प्रकोष्ठ की स्थापना की गयी है. साथ ही मल्लाह नेताओं को लोभ-लालच एवं हसीन सपने दिखाकर उन्हें मल्लाह समाज को गुमराह करने के लिए उनके बीच भेजने की तैयारी की जा रही है.लेकिन, मल्लाह समाज अब जागरूक होकर जदयू की नियत और हर चाल से भली-भांति वाकिफ हो चुकी है.
मुकेश सहनी ने कहा कि बस दिखाने भर के लिए सरकार द्वारा मछुआरा आयोग का गठन कर दिया गया. मगर इतने वर्षों में मल्लाहों के हित में कोई भी कार्य नहीं किया गया. साथ ही मत्स्यजीवी सहयोग समिति में आरक्षण लागू कर सरकार ने मल्लाहों के हकमारी कर उन्हें खूब परेशान किया. निषाद विकास संघ द्वारा पुरजोर विरोध करने एवं आंदोलन की चेतावनी के बाद बाध्य होकर सरकार को मत्स्यजीवी सहयोग समिति में लागू आरक्षण को खत्म करना पड़ा. अब जदयू सहित निषाद विरोधी सभी पार्टियों का भांडा समाज के सामने फूट चूका है तथा उनकी असलियत सामने आ गयी है और समाज उनके किसी भी बहकावे में नहीं आने वाली.