पोर्ट आफ स्पेन : अजिंक्य रहाणे के शतक के बाद गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन से भारत ने वर्षा से प्रभावित दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में यहां वेस्टइंडीज को 105 रन से हरा दिया.बारिश के कारण दो घंटे के विलंब से शुरू हुए मैच को 43 ओवर का कर दिये गया जिसके बाद भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 310 रन बनाये.
रहाणे ने 104 गेंद में 10 चौकों और दो छक्कों की मदद से 103 रन की पारी खेलने के अलावा शिखर धवन (63) के साथ पहले विकेट के लिए 114 जबकि कप्तान विराट कोहली (87) के साथ दूसरे विकेट के लिए 97 रन की साझेदारी की.इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम लेग स्पिनर कुलदीप यादव (50 रन पर तीन विकेट) और भुवनेश्वर कुमार (नौ रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने छह विकेट पर 205 रन ही बना सकी जिससे भारत ने पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बनायी.
लक्ष्य का पीछा करने उतरे वेस्टइंडीज की शुरुआत बेहद खराब रही. भुवनेश्वर ने पारी की तीसरी ही गेंद पर कीरोन पावेल (00) को पवेलियन भेजा और फिर अपने अगले ओवर में जेसन मोहम्मद (00) की पारी का भी अंत किया. विकेटकीपर बल्लेबाज शाई होप (81) और एविन लुईस (21) ने तीसरे विकेट के लिए 89 रन जोड़कर पारी को संवारा लेकिन इस साझेदारी के टूटने के बाद वेस्टइंडीज ने लक्ष्य हासिल करने का कोई खास प्रयास नहीं किया. कुलदीप ने लुईस को महेंद्र सिंह धौनी के हाथों स्टंप कराके इस साझेदारी को तोडा और एकदिवसीय मैचों में अपना पहला विकेट हासिल किया.
कुलदीप ने 26वें ओवर में जब होप को पगबाधा किया जो वेस्टइंडीज का स्कोर चार विकेट पर 112 रन हो गया और उसे अगले 17 ओवर में 12 रन प्रति ओवर से अधिक की दर से रन चाहिए थे. वेस्टइंडीज के छह विकेट शेष थे लेकिन ऐसा लग रहा था कि टीम हार मान चुकी है. कप्तान जेसन होल्डर (29) ने कुछ बड़े शॉट खेलने का प्रयास किया लेकिन कुलदीप और रविचंद्रन अश्विन (47 रन पर एक विकेट) ने उन्हें अधिक मौके नहीं दिये. होल्डर जब 37वें ओवर में आउट हुए तो वेस्टइंडीज को छह ओवर में 136 रन की दरकार थी जो असंभव लक्ष्य साबित हुआ.
वेस्टइंडीज के खिलाफ उसी की सरजमीं पर रनों के लिहाज से यह भारत की सबसे बड़ी जीत है. इससे पहले रहाणे के तीसरे एकदिवसीय शतक की बदौलत भारत ने बड़ा स्कोर खड़ा किया. होल्डर ने एक बार फिर टास जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी करने का न्यौता दिया. इसी मैदान पर रद्द हुए पहले वनडे में भारत के लिए शतकीय साझेदारी करने वाली धवन और रहाणे की जोड़ी ने एक बार फिर टीम को शतकीय शुरुआत दिलाई. रहाणे ने अल्जारी जोसेफ पर चौके से खाता खोला और फिर इस तेज गेंदबाज के अगले ओवर में छक्का भी जड़ा. धवन ने होल्डर पर लगातार दो चौके मारे और फिर वेस्टइंडीज के कप्तान के ओवर में तीन चौकों के साथ आठवें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया. उन्होंने रहाणे के साथ लगातार छठी पारी में 50 या इससे अधिक रन की साझेदारी की.
धवन ने जोसेफ के ओवर में भी तीन चौके मारे. रहाणे हालांकि 28 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब एश्ले नर्स की गेंद पर होल्डर ने मिडविकेट पर उनका मुश्किल कैच टपका दिया. धवन ने लेग स्पिनर देवेंद्र बिशू पर एक रन के साथ 49 गेंद में अर्धशतक पूरा किया.
धवन और रहाणे ने 17वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया. पिछली छह पारियों में दोनों के बीच यह चौथी शतकीय साझेदारी है. धवन हालांकि आफ स्पिनर नर्स की गेंद को आगे बढ़कर खेलने के प्रयास में चूक गए और विकेटकीपर शाई होप ने उन्हें स्टंप कर दिया. उन्होंने 59 गेंद की अपनी पारी में 10 चौके मारे.
रहाणे को इसके बाद कप्तान कोहली के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला. रहाणे ने मिगुएल कमिंस पर चौके के साथ 56 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और फिर बिशू पर भी लगातार दो चौके लगाये. उन्होंने कमिंस की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका भी मारा.अच्छी फार्म में चल रहे रहाणे को स्ट्राइक का पूरा मौका देने वाले कोहली ने बिशू पर लगातार दो चौके मारे और फिर रहाणे के साथ मिलकर 32वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन तक पहुंचाया.
रहाणे ने कमिंस पर चौके के साथ 102 गेंद में तीसरा एकदिवसीय शतक पूरा किया. वह हालांकि इसी ओवर में बोल्ड हो गए. कोहली ने अगले ओवर में जोसेफ पर छक्का जडा. हार्दिक पंड्या (04) को नोबाल पर जीवनदान मिला लेकिन वह इसी ओवर में कमिंस को कैच दे बैठे.
कोहली ने कमिंस की गेंद पर एक रन के साथ 49 गेंद में अपना 43वां अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने इसी ओवर में लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़ा और भारत का स्कोर 38वें ओवर में 250 रन के पार पहुंचाया.
युवराज सिंह ने 10 गेंद में 14 रन बनाने के बाद होल्डर की गेंद पर विकेटकीपर को कैच थमाया.कोहली ने जोसेफ और होल्डर पर छक्के जड़े. वह हालांकि 42वें ओवर में जोसेफ की गेंद पर नर्स को कैच दे बैठे. उन्होंने 66 गेंद की अपनी पारी में चार छक्के और इतने ही चौके मारे. महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 13) ने पारी के अंतिम ओवर में होल्डर पर चौके के साथ टीम का स्कोर 300 रन के पार पहुंचाया.
इसी ओवर में दो बीमर फेंकने के लिए होल्डर को गेंदबाजी से प्रतिबंधित किया गया जिसके बाद ओवर की अंतिम गेंद जोनाथन कार्टर ने फेंकी. केदार जाधव ने भी नाबाद 13 रन बनाये. भारत ने अंतिम सात ओवर में 80 रन बटोरे. वेस्टइंडीज की ओर से जोसेफ सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 73 रन देकर दो विकेट चटकाए.