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सगुना मोड़ से बिहटा तक 21 किमी तक होगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण
योजना. डीपीआर तैयार करने के लिए बहाल होंगे कंसल्टेंट चार माह में तैयार होगी डीपीआर, एलिवेटेड रोड की संभावना पर विचार पटना : सगुना मोड़ से बिहटा तक लगभग 21 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार करने के लिए कंसल्टेंट बहाल होंगे. कंसल्टेंट को चार माह में सड़क निर्माण संबंधी विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) […]
योजना. डीपीआर तैयार करने के लिए बहाल होंगे कंसल्टेंट
चार माह में तैयार होगी डीपीआर, एलिवेटेड रोड की संभावना पर विचार
पटना : सगुना मोड़ से बिहटा तक लगभग 21 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार करने के लिए कंसल्टेंट बहाल होंगे. कंसल्टेंट को चार माह में सड़क निर्माण संबंधी विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) देना होगा. कंसल्टेंट द्वारा एक्सप्रेस-वे निर्माण को लेकर संभावनाओं की तलाश की जायेगी, ताकि कम-से-कम जमीन अधिग्रहण करना पड़े. काम के दौरान किसी चीज को लेकर अधिक बाधा उत्पन्न नहीं हो, इसके लिए बहाल होनेवाले कंसल्टेंट सगुना मोड़ से बिहटा जानेवाले सभी रूटों का सर्वे कर आकलन करेंगे. कंसल्टेंट द्वारा तैयार प्रारंभिक रिपोर्ट व ड्राफ्ट का अवलोकन पथ निर्माण विभाग के अधिकारी करेंगे. बिहटा में प्रस्तावित नया एयरपोर्ट बनने को लेकर लोगों की सुविधा के लिए सरकार नये सड़क के निर्माण की भी सोच रही है, ताकि पटना से बिहटा एयरपोर्ट बिना किसी बाधा के 25 से 30 मिनट में पहुंचा जा सके.
डीपीआर बनाने में कई रूटों पर होगा सर्वे: डीपीआर में विभिन्न रूटों को लेकर सर्वे होगा. जानकारों के अनुसार सगुना मोड़ से दानापुर स्टेशन होते हुए बिहटा तक वर्तमान में बनी सड़क पर एलिवेटेड रोड का निर्माण की संभावना हो सकती है. इसमें जमीन अधिग्रहण करने का मामला कम होगा. केवल दानापुर स्टेशन के पास रेलवे से जमीन लेने की आवश्यकता पड़ सकती है. दूसरी संभावना दानापुर से गंगा के किनारे-किनारे एलिवेटेड रोड का निर्माण मनेर तक कर उसे बिहटा सड़क में जोड़ने को लेकर है. इसमें भी जमीन अधिग्रहण कम करना पड़ेगा. .
2018 में शुरू हो सकता है काम: सगुना मोड़ से बिहटा तक एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर सारी प्रक्रियाएं समय पर पूरी हुईं] तो 2018 में सड़क निर्माण का काम शुरू हो सकता है. बिहार राज्य पथ विकास निगम के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए डीपीआर बनाने के लिए कंसल्टेंट आमंत्रित किये गये हैं. 20 तक इच्छुक एजेंसी टेंडर में शामिल हो सकती है. चयनित एजेंसी को चार माह में डीपीआर बनाना होगा.
हाजीपुर : रविवार की सुबह महात्मा गांधी सेतु के पाया संख्या दो के समीप उस समय अफरातफरी मच गयी जब दो ट्रकों के बीच हुई टक्कर में एक ट्रक सेतु के रेलिंग को तोड़ते हुए लटक गया.
यह संयोग रहा कि ट्रक का अगले चक्के के लिए सेतु का फुटपाथ ओट का काम कर गया और ट्रक का पिछला भाग सेतु से लटक कर रह गया, वरना एक बड़ी हादसा हो जाती. अगर ट्रक नीचे गिरती तो सेतु के जीर्णोद्धार कार्य के लिए कार्यरत कुछ कर्मचारी और सुबह में टहल रहे स्थानीय लोग भी हादसे के शिकार हो जाते. घटना के बाद सेतु पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गयी. पाया संख्या एक के समीप ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने घटना की सूचना गंगाब्रिज थाने की पुलिस को दी. आनन-फानन में पुलिस क्रेन के साथ घटनास्थल पर पहुंची.
वाहनों के दबाव में एनएच और सेतु पर टूटी रफ्तार
पटना सिटी : राष्ट्रीय उच्च पथ व महात्मा गांधी सेतु पर रविवार को भी वाहनों का दबाव कायम रहने की स्थिति में दिन भर रुक-रुक कर जाम लगता रहा. यातायात पुलिसकर्मियों की मानें, तो हाजीपुर क्षेत्र में हुई दुर्घटना के बाद वाहनों के परिचालन में मुश्किल आ रही थी. इसी वजह से जाम की समस्या कायम रही. स्थिति यह थी कि वाहनों के बढ़ते दबाव व ओवरटेक की वजह से भी जाम की समस्या और बढ़ गयी है.
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