नयी दिल्लीः कतर से अरब देशों के राजनयिक संबंध खत्म कर लेने के बाद इस देश में नाकेबंदी का दौर जारी है. यहां बड़ी संख्या में भारतीय भी फंसे हुए हैं. उनके लिए हालात बेहद मुश्किल हैं. लेकिन, भारत सरकार ने उन्हें वापस लाने का फैसला किया है. भारत में जिस दिन आपातकाल लगा था, यानी 25 जून को एयर इंडिया के विमान कतर में फंसे भारतीयों को वहां से निकालने का अभियान शुरू करेगा.
विमानन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि 25 जून से 8 जुलाई के बीच केरल और दोहा के बीच एयर इंडिया एक्सप्रेस की विशेष सेवा शुरू की जायेगी. इसके लिए एयर इंडिया 186 सीटर बोइंग 737 विमान का इस्तेमाल करेगी. वहीं, जेट एयरवेज गुरुवार और शुक्रवार को मुंबई और दोहा के बीच 168 सीटर बी-737 विमान चलायेगा, जिससे भारतीयों को स्वदेश लाया जायेगा.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने विमानन मंत्री एजी राजू से कहा कि कतर में फंसे भारतीयों को ‘एयरलिफ्ट’ करने के लिए दोहा से भारत के लिए विशेष विमान सेवा शुरू की जाये, ताकि मुश्किलों में फंसे लोगों को सुरक्षित अपने देश लाया जा सके. उन्होंने कहा बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो स्वदेश लौटना चाहते हैं, लेकिन उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वे विमान का टिकट खरीद सकें. ऐसे में सरकार की जिम्मेवारी बनती है कि उन लोगों को भारत लाने की व्यवस्था की जाये.
विदेश मंत्री के इस आग्रह के बाद विमानन मंत्रालय ने विशेष उड़ान शुरू करने के बारे में विभिन्न एयरलाइंस कंपनियों से बातचीत की. साथ ही विदेश मंत्रालय को आश्वस्त किया कि भारतीय नागरिकों को अपने देश लाने के लिए हरसंभव कदम उठाये जायेंगे. भारत आने के हर इच्छुक व्यक्ति की कतर से समय पर वापसी सुनिश्चित की जायेगी.
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ज्ञात हो कि सात अरब देशों, जिसमें सऊदी अरब, यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएइ) और बहरीन शामिल हैं, ने कतर से सभी राजनयिक संबंध तोड़ लिये हैं. सऊदी ने कतर जानेवाली सभी सीमाअों को सील कर दिया है. कतर के लिए जरूरी सामानों की आपूर्ति सऊदी सीमा से ही होती है. ऐसे में आशंका है कि जल्द ही खाने-पीने की चीजों की कतर में किल्लत हो जायेगी. ऐसे में लोगों का जीना मुश्किल हो जायेगा.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि कतर में करीब सात लाख भारतीय रहते हैं. इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भारत लौटने की इच्छा जतायी है.