सिलीगुड़ी. राज्य सरकार की सर्वदलीय बैठक की हालत बिगड़ती जा रही है. अलग गोरखालैंड के मुद्दे पर राज्य सरकार द्वारा बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक से विपक्ष ने किनारा कर लिया है. गोरखालैंड की मांग कर रही गोरखा जनमुक्ति मोरचा सहित पहाड़ की अन्य राजनीतिक पार्टियों ने पहले ही इस बैठक में शामिल होने से इनकार […]
सिलीगुड़ी. राज्य सरकार की सर्वदलीय बैठक की हालत बिगड़ती जा रही है. अलग गोरखालैंड के मुद्दे पर राज्य सरकार द्वारा बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक से विपक्ष ने किनारा कर लिया है. गोरखालैंड की मांग कर रही गोरखा जनमुक्ति मोरचा सहित पहाड़ की अन्य राजनीतिक पार्टियों ने पहले ही इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है.
गुरुवार दोपहर एक बजे से सिलीगुड़ी स्थित स्टेट गेस्ट हाउस में यह बैठक होगी. इसमें राज्य के गृह सचिव व राज्य सरकार के मंत्रियो के अलावा अन्य किसी के उपस्थित नहीं होने की उम्मीद जतायी जा रही है.
उल्लेखनीय है कि अलग राज्य गोरखालैंड की मांग पर पहाड़ उबल रहा है. हालांकि यह मांग काफी पुरानी है, लेकिन बांग्ला भाषा अनिवार्यता की चिंगारी ने इस आग को फिर से भड़का दिया है.
पिछले दो सप्ताह से दार्जीलिंग, कर्सियांग, मिरिक, कालिम्पोंग तो उबल ही रहा है, साथ ही डुआर्स व तराई में भी इसका असर दिखने लगा है. गोरखालैंड की मांग पर पहाड़ बंद का दौर अभी समाप्त नहीं हुआ है. मंगलवार को पहाड़ पर आयोजित सर्वदलीय बैठक में आंदोलन जारी रखने के साथ राज्य सरकार द्वारा बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होने का प्रस्ताव पारित हुआ है. इधर मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को होनेवाली इस सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता राज्य के गृह सचिव करेंगे. उनके अलावे राज्य सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री इस बैठक में शामिल होंगे. विभिन्न राजनीतिक दलों के इस बैठक में शामिल होने को लेकर संदेह है. भाजपा इस बैठक में शामिल नहीं हो रही है.
सिलीगुड़ी जिला भाजपा अध्यक्ष प्रवीण सिंहल ने बताया कि यह बैठक राज्य सरकार ने बुलायी है. गोरखालैंड की आग को भड़काने में प्रत्यक्ष रुप से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का हाथ है. जब मुख्यमंत्री स्वयं ही उपस्थित नहीं रहेंगी तो इस सर्वदलीय बैठक का कोई मतलब ही नहीं बनता है. भाजपा पहाड़ पर अशांति नहीं चाहती.लेकिन इस स्थिति के लिये मुख्यमंत्री ही जिम्मेदार है. बंगाल का मुकुट जल रहा है और मुख्यमंत्री नीदरलैंड गयी हैं. राज्य का छोटे से छोटा फैसला सुश्री बनर्जी स्वयं लेती हैं. दूसरी तरफ माकपा ने भी इस सर्वदलीय बैटक में शामिल होने से इंकार कर दिया है. दार्जीलिंग जिला माकपा सचिव जीवेश सरकार ने कहा कि पहाड़ की मौजूदा हालात के लिये राज्य की मुख्यमंत्री स्वयं जिम्मदार है. मुख्यमंत्री के विदेश दौरे पर कटाक्ष करते हुए श्री सरकार ने कहा कि राज्य का मुख्य हिस्सा जल रहा है और मुख्यमंत्री भ्रमण कर रही हैं. अपने विदेश भ्रमण से पहले या लौटने के बाद उन्हें सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए थी.