भारत सहित दुनिया के कई देशों में ऐप आधारित टैक्सी सर्विस देने वाली कंपनी उबर के संस्थापक ट्रैविस कैलनिक ने बुधवार को सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया है. कंपनी के अंदर यौन उत्पीड़न के मामलों की अनदेखी करना ट्रैविस को भारी पड़ गया था. कंपनी के शेयर धारकों ने ट्रैविस के इस रवैये का काफी विरोध किया था.
अमेरिकी मीडिया में चल रहीखबरों के अनुसार, कुछ ही दिनों पहले उबर के बड़े निवेशकों ने ट्रैविस पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया था. बताया जाता है कि इस्तीफे के बाद भी ट्रैविस बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में बने रहेंगे और वोटिंग के ज्यादातर शेयर उनके पास ही होंगे.
बताते चलें कि इसी महीने की शुरुआत में उबर उस वक्त भी सुर्खियों में आयी थी, जब कंपनी ने अपने 20 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. इन कर्मचारियों पर यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार के आरोप लगे थे. बाहर किये गये कर्मचारियों में कंपनी के कुछ बड़े अधिकारी भी शामिल थे.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले अपनी मां की मृत्यु के बाद से ट्रैविस कुछ समय से छुट्टी पर चल रहे थे. कंपनी के अंदर यौन उत्पीड़न के मामलों की अनदेखी करनेको लेकर वेंचर कैपिटल फर्म बेंचमार्क ने ट्रैविस का जबर्दस्त विरोध किया था. उन्होंने कुछ समय पहले घोषणा की थी कि वे जल्दी ही अनिश्चित समय के लिए छुट्टी पर जा रहे हैं.
वर्ष 2009 में उबर की स्थापना करने वाले ट्रैविस कैलनिक ने एक बयान जारी कर सीईओ का पद छोड़ने की घोषणा की. इसमें उन्होंने लिखा, मैं दुनिया में सबसे ज्यादा उबर से प्यार करता हूं. लेकिन यह मेरी निजी जिंदगी का एक मुश्किल वक्त है. मैं निवेशकों के आग्रह को स्वीकार करते हुए अपने पद से हट रहा हूं.
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