पटना : पटना पुलिस ने एक ऐसे वाहन चोरों के गैंग का परदाफाश किया है, जिसके तार पटना, खगड़िया, सहरसा से लेकर नेपाल तक जुड़े हुए हैं. इस गैंग के सरगना समेत आठ सदस्यों को पुलिस ने पकड़ने में सफलता भी पायी. साथ ही पांच चारपहिया वाहन व दो बाइक को बरामद किया. पकड़े गये […]
पटना : पटना पुलिस ने एक ऐसे वाहन चोरों के गैंग का परदाफाश किया है, जिसके तार पटना, खगड़िया, सहरसा से लेकर नेपाल तक जुड़े हुए हैं. इस गैंग के सरगना समेत आठ सदस्यों को पुलिस ने पकड़ने में सफलता भी पायी. साथ ही पांच चारपहिया वाहन व दो बाइक को बरामद किया. पकड़े गये चोरों में साजिद, शब्बीर, मो आरजू, मो अफरोज, मो सोहराब, मो शमशाद आलम, गौतम कुमार भगत और मो मेराज शामिल हैं. मो अफरोज सहरसा का रहनेवाला है, जबकि बाकी सभी पटना के फुलवारीशरीफ के निवासी हैं.
पकड़ा गया गौतम कुमार दुकानदार है और यह चोरी के वाहनों की खरीदारी करता है और फिर नेपाल में सक्रिय गैंग को बेच देता है. खास बात यह है कि पटना से गायब किये गये दस लाख के चारपहिया वाहन मात्र एक से डेढ़ लाख में गैंग की ओर से बेच दी जाती है. इस गैंग का तार इस कदर फैला हुआ है कि चोरी होने की सूचना ये लोग तुरंत ही खगड़िया व सहरसा में सक्रिय गैंग को दे देते हैं और इसके बाद गाड़ी को खगड़िया या सहरसा में रिसीवर की ओर लेकर तुरंत ही पैसे दे दिये जाते हैं और गाड़ी के फर्जी कागज बनवा कर तुरंत उसे नेपाल भेज देते हैं. नेपाल में गाड़ी आराम से दो लाख में बिक जाती है.
बाइक चोरी करने के बाद ले जाते हैं गया और वहां कर देते हैं बिक्री : यह गैंग चारपहिया वाहनों के साथ बाइक की भी चोरी करता है. बाइक की चोरी करने के बाद उसे गया भेज देते हैं, जहां उन्हें एक बाइक का 10,000 रुपया मिल जाता है और फिर उसी तरह फर्जी कागजात बना कर ग्रामीण इलाकों में किसी को बेच देते हैं. खास बात यह है कि यह गिरोह नयी बाइकों को ही अपना निशाना बनाते हैं, क्योंकि उसका पैसा अच्छा मिल जाता है और उसके खरीदार भी तुरंत मिल जाते हैं. अगर बाइक या चारपहिया वाहन बेचने में दिक्कत होती है, तो फिर उसके पार्ट-पूर्जे को अलग-अलग कर उसकी बिक्री कर दी जाती है. यह बात पहले भी कई वाहन चोरों के गिरोहों के पकड़े जाने के बाद प्रकाश में आ चुकी है.
कैसे पकड़े गये
जक्कनपुर थाना क्षेत्र के करबिगहिया में शुक्रवार की शाम एक सूमो की चोरी हो गयी थी. उसके चालक ने तुरंत ही पुलिस को इसकी जानकारी दी. इसके बाद एसएसपी सह सिटी एसपी मध्य चंदन कुमार कुशवाहा ने तुरंत ही वायरलेस से कंकड़बाग, जक्कनपुर पुलिस को गाड़ी का पीछा करने का निर्देश दिया. इस पर यह ज्ञात हुआ कि उक्त गाड़ी दीदारगंज टॉल प्लाजा से आगे बढ़ी है, इसके बाद पुलिस की टीम लगातार उसके पीछे लगी रही.
इसी बीच गाड़ी के खगड़िया में होने की जानकारी मिली और फिर पटना पुलिस ने खगड़िया पुलिस की मदद ली और वहां से मो शमशाद आलम और मो सोहराब आलम को पकड़ लिया और गाड़ी बरामद कर ली. इसके बाद उसकी निशानदेही पर पांच अन्य चारपहिया वाहन बरामद किये गये और रिसीवर व दुकानदार गौतम कुमार भगत को सहरसा से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद पुलिस टीम को जानकारी मिली कि गिरोह के कई सदस्य फुलवारीशरीफ में हैं. इसके बाद कंकड़बाग व जक्कनपुर पुलिस ने फुलवारीशरीफ इलाके में देर रात तक छापेमारी की और गैंग के अन्य सदस्यों के साथ ही दो बाइक को बरामद कर लिया. एसएसपी सह सिटी एसपी मध्य ने बताया कि गैंग में अभी भी कई सदस्य है, जिन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. गैंग के कई सदस्यों के साथ ही रिसीवर को भी गिरफ्तार किया गया है.