पटना : पटना के सिविल कोर्ट में शनिवार को सिविल कोर्ट में मोकामा के विधायक अनंत सिंह की पेशी हुई. पटना के बेऊर थाने में वर्ष 2009 में दर्ज 302,120बी और 34 के मामले में एडीजे-4 की अदालत में उनकी पेशी हुई है. मामला दर्ज के होने के करीब छह वर्ष बाद मामले की सुनवाई वर्ष 2015 में शुरू हुई थी. इसी वर्षअप्रैल माह मेंकरीब दर्जन भर मामलों में जमानत मिलने परअनंत सिंह 22 माह न्यायिक हिरासत में रहने के बाद जमानत पर बाहर हैं.
और भी हैं मामले
पीएमसीएच के कैदी वार्ड में इलाज करा रहे राजीव रंजन सिंह ने अनंत सिंह पर जेल के अंदर से धमकी देने का मामला पीरबहोर थाने में दर्ज कराया था. राजीव रंजन सिंह को अगवा करने के मामले में बिहटा थाने में नवंबर, 2014 में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. वहीं एक अन्य मामले में अनंत सिंह के करीबी प्रताप सिंह ने बाढ़ बाजार सेचार युवकों का अपहरणकर बेरहमी से पिटाई की गयी थी. तीन युवक तो घर लौट आये थे, लेकिन एक युवक रौशन का शव मिला था. उस समय तत्कालीन एसएसपी जितेंद्र राणा ने कुछ अपराधियों को तो पकड़ा था. लेकिन, उनका तबादला हो जाने के बाद आये एसएसपी विकास वैभव के नेतृत्व में पुलिस ने अनंत सिंह के सरकारी आवास से खून से सने कपड़े व इंसास हथियार के कारतूस बरामद किये गये थे.
जेल के अंदर से ही जीता निर्दलीय विधानसभा चुनाव
अनंत सिंह ने जेल के अंदर से ही मोकामा विधानसभा का चुनाव लड़ा था और विजयी घोषित हुए थे. विधानसभा का चुनाव नवंबर, 2015 में हुआ था. हालांकि, उन्हें 24 जून, 2015 को ही पटना स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.